प्रयागराज ब्यूरो । डेंगू और चिकनगुनिया से ठीक होने के बाद भी मरीजों को आराम नही मिल रहा है। उनकी इम्युनिटी तेजी से डाउन हो रही है, जिसकी वजह से वह दोबारा बीमार पड़ रहे हैं। ऐसा स्टेरायड के यूज से हो रहा है। डॉक्टर्स मरीज को जल्दी आराम पहुंचाने के लिए स्टेरायड दे रहे हैं जो सेहत के लिए घातक है। इम्युनिटी डाउन होने के कई मामले फिलहाल अस्पताल पहुंच रहे हैं।
इनको हुई है दिक्कत
ऐसे दर्जनों मरीज हैं जिनको बीमारियों से ठीक होने के बाद भी परेशानी का सामना करना पड़ा है। इनका दोबारा इलाज किया जा रहा है। राजापुर के रहने वाले शेख कमाल, बेली गांव के दीपक और ममफोर्डगंज के विश्वास सिंह ने बताया कि पांच दिन पहले वह चिकनगुनिया और डेंगू से ठीक हो चुके हैं। लेकिन अचानक स उन्हें कमजोरी फील होने लगी। इसलिए वह इलाज कराने बेली अस्पताल आए हैं। उनकी केस हिस्ट्री देखने के बाद डॉक्टर ने बताया कि उनको स्टेरायड की डोज दी गई है इसकी वजह से उन्हें दिक्कत हो रही है। बाद में डॉक्टर्स को उन्हे स्टेबल करने के लिए फिर से स्टेरायड देना पड़ा है।
हो सकता है अधिक नुकसान
इलाज के दौरान स्टेरायड का अधिक यूज करने से शरीर को खासा नुकसान हो सकता है। लीवर, किडनी और हार्ट पर भी असर हो सकता है। डॉक्टर्स का कहना है कि मरीज को जल्द आराम नही मिल रहा तो कोई बात नही है लेकिन इलाज के एथिक्स से खिलवाड़ नही होना चाहिए। बावजूद इसके बड़ी संख्या में ऐसे डॉक्टर्स हैं जो इस सीजन में स्टेरायड देने में जरा भी संकोच नही कर रहे हैं।
फिल मिले आधा दर्जन मरीज
गुरुवार को एक बार फिर डेंगू के आधा दर्जन मरीज सामने आए हैं। यह मरीज धूमनगंज, कालिंदीपुरम, मुंडेरा और सुलेम सराय एरिया में मिले हैं। बतादें कि इस बार शहर पश्चिमी एरिया में डेंगू ने अधिक कहर बरपाया है। अधिक संख्या में मरीज इन इलाकों से सामने आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाओं के छिड़काव और फागिंग का भी अधिक असर देखने को नही मिल रहा है। अब तक प्रयागराज में कुल मिलाकर 425 मरीज सामने आ चुुके हैं। इनमे ंसे 328 मरीज शहरी एरिया के हैं। हालांकि की गुरुवार को चिकन गुनिया का एक भी मामला सामने नही आया है।
कई जगह पर स्टेरायड का अधिक यूज किया जा रहा है। इस पर ध्यान देन वाला कोई नही है। स्वास्थ्य विभाग को इस ओर जागरुकता फैलानी होगी। अधिक स्टेरायड का यूज करने से मरीज की इम्युनिटी डाउन हो जाती है।
डॉ। डीके मिश्रा, फिजीशियन