बिना पूर्व रजिस्ट्रेशन नहीं लगाई जा रही वैक्सीन, काल्विन अस्पताल में फिर हुआ हंगामा, लौटे लाभार्थी

वैक्सीन का स्टाक कम है और लगवाने वाले अधिक। रोजाना सैकड़ो लोगों को बिना वैक्सीनेशन कराए निराश लौटना पड़ रहा है। इससे खफा लोग बवाल भी कर रहे हैं लेकिन कोई साल्यूशन नहीं मिल रहा। काल्विन हॉस्पिटल में भी मंगलवार को हंगामा हुआ। बिना रजिस्टेशन पहुंचे लोगों ने वैक्सीन नहीं लगाए जाने पर नाराजगी जताई।

गले की फांस बना है नियम

पिछले सप्ताह तक 45 वर्ष से अधिक उम्र वालों को तमाम अस्पतालों को आन द स्पाट रजिस्ट्रेशन कराकर वैक्सीन लगाई जा रही थी।

अब सरकार ने रजिस्ट्रेशन कराकर स्लॉट बुक कराने का नियम लागू कर दिया है।

इसकी प्रॉपर जानकारी नहीं होने पर लोग सीधे अस्पताल पहुंच रहे हैं। यही विवाद की जड़ है।

नहीं आई डोज तो रुक जाएगा वैक्सीनेशन

जिले में जरूरत के मुताबिक वैक्सीन सरकार मुहैया नहीं करा पा रही है

सोमवार को वाराणसी से कुल 11 हजार डोज आई थी और इसे मंगलवार को तमाम सेंटर्स पर भिजवा दिया गया।

मंगलवार को वैक्सीन मांगी गई लेकिन वाराणसी से कोई जवाब शाम तक नहीं आया था।

स्वास्थ्य विभाग के सोर्सेज का कहना है कि अगर बुधवार को डोज नहीं आयी तो वैक्सीनेशन रुक सकता है।

फंस गया अस्पतालों का पैसा

सरकार ने मई में प्राइवेट स्पतालों में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया बंद कर दी है।

प्राइवेट अस्पतालों के पास साढे़ चार हजार डोज बची थी जो स्वास्थ्य विभाग को वापस कर दी गई है।

अब यह अस्पताल अपनी जमा की हुई राशि वापस मंगा रहे हैं जिस पर सरकार का कोई जवाब नहीं आया है।

इसे लेकर भी सिचुऐशन पैनिक बनी हुई है।

सेकंड डोज वाले परेशान

जिन लोगों ने प्राइवेट अस्पताल में पहली डोज लगवाई थी उन्हें अब दूसरी डोज लगवाने के लिए सरकारी अस्पतालों में जाना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेट वाइज प्लानिंग के हिसाब से दूसरी डोज की वायल उपलब्ध कराई जाती है। ऐसे में प्राइवेट अस्पताल वालों का कोटा नहीं पहुंचने से उनको भी वापस किया जा रहा है। इससे भी उनको प्राब्लम हो रही है और वह अस्प्तालों में हंगामा काट रहे हैं।

बिना वैक्सीन लगवाए मिला सर्टिफिकेट

कई लोगों की शिकायत है कि उनको वैक्सीन की पहली डोज नहीं लगी और मोबाइल पर वैक्सीनेशन का सर्टीफिकेट उपलब्ध करा दिया गया। मुट्ठीगंज के रहने वाले रामलाल केसरवानी और उनकी पत्नी सावित्री देवी ने छह मई को उन्होंने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया और उन्हें आठ मई को वैक्सीन लगवाने की डेट मिली थी। वह मेडिकल कॉलेज में वैक्सीनेशन करवाने पहुंचे तो बताया गया कि वैक्सीन खत्म हो गई है। नौ मई को उनके मोबाइल पर वैक्सीनेशन सक्सेजफुल का मैसेज आ गया और सेकंड डोज की डेट 8 जून से 23 जुलाई के बीच दी गई। इससे दोनों पति पत्नी काफी परेशान हैं।

हमारे पास 15 हजार डोज पहले से मौजूद है। वैक्सीन की कमी नहीं है। काल्विन में देरी से वैक्सीन पहुंचने से लोग परेशान हुए हैं। समय से वैक्सीन पहुंचाने की कोशिश चल रही है

डॉ तीरथ लाल

एसीएमओ प्रयागराज