-कटरा के रामदल में निकली झांकियां व चौकियां

-बेहतरीन रंग बिरंगी लाइटों से रौशन हुआ कटरा

ALLAHABAD: श्री कटरा रामलीला कमेटी का रामदल मंगवाल को अपने पूरे शाही अंदाज और भव्यता के साथ निकला। रामदल में भगवान राम की मनोहर झांकी को देखने के लिए देर रात तक लोगों की भीड़ उमड़ती रही। इसके पहले रामदल की शुरुआत सांसद केशव प्रसाद मौर्या, पूर्व मंत्री डॉ। एनकेएस गौर व कमेटी के अध्यक्ष गोपाल बाबू जायसवाल ने आरती के साथ हुई। इस दौरान रामायण व धार्मिक प्रसंगों पर आधारित झांकियों व चौकियों का शानदार प्रदर्शन किया गया।

केसरी नंदन ने की अगुआई

श्री कटरा रामलीला कमेटी की ओर से निकाले गए कटरा रामदल की अगुवाई केसरी नंदन महाबली हुनमान जी ने की। उनकी सवारी के साथ ही हाथी, घोड़ा, ध्वज और पताकाएं श्री राम राज्य की परिकल्पना को पूरा कर रही थी। उसके ठीक पीछे श्रृंगार की रत्न जडि़त चांदी की चौकी अपने विशेष सजावट के साथ श्री राम, लक्ष्मण, जगत-जननी माता सीता विराजमान थीं। उसके पीछे कलात्मक चौकियां अपने प्रसंगों का शानदार प्रदर्शन करते हुए रामदल की शोभा बढ़ा रही थी। कलात्मक चौकियों के अन्तर्गत विशेष रूप से तैयार की गई चौकियों व झांकियों में माता काली का तांडव नृत्य, माता दुर्गा द्वारा काली रूप में रक्त बीज राक्षस का वध, राम दरबार में धोबी प्रवेश, लवकुश संवाद, भारत के वीर सपूतों को समर्पित कर चले हम फिदा जाने तन साथियों, मत्स्य अवतार, कच्छप अवतार, मोर रूपी रथ आदि झांकियों को लोगों ने खूब पसंद किया। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग हाथी पर रखे चांदी के हौद पर सवार होकर निकली भगवान श्री रामचन्द्र और माता सीता की सवारी को देखते ही जय जयकार करने लगे। इस दौरान श्री कटरा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गोपाल बाबू, अश्वनी केसरवानी, शंकर लाल चौरसिया, सुधीर कुमार गुप्ता, मयंक अग्रवाल, राकेश चौरसिया, विनोद कुमार चाचा, अवधेश गुप्ता, आदि भी ने चौकियों के दल का नेतृत्व किया।

राम वाटिका पर हुई समाप्त

श्री कटरा रामलीला कमेटी का रामदल अपने पूर्व निर्धारित मार्गो से होकर गुजरा, दल की शुरुआत भारद्वाज पार्क से हुई। जो कर्नलगंज, विश्वविद्यालय चौराहा, नेतराम चौराहा, लक्ष्मी चौराहा, कारपेंटरी चौराहा, जगराम चौराहा, डाकखाना से होते हुए कटरा चौराहा, मनमोहन पार्क से सब्जी मंडी, कर्नलगंज होते हुए राम वाटिका पर पहुंचकर समाप्त हुई। श्री रामदल को देखते हुए पूरे कटरा एरिया को शानदार और रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया था।