प्रयागराज (ब्यूरो)। चन्दौली जनपद के अली नगर थाना क्षेत्र के हिन्दवारी गांव निवासी विभूति नारायण सिंह 50 पुत्र हंस नारायण रेलवे में ठेकेदारी करके तीन बेटे और पत्नी बन्दना सिंह का भरण-पोषण करता था। उसकी पत्नी बच्चों के साथ किराये का कमरा लेकर चन्दौली में रहती है। विभूति के अन्य भाई वाराणसी में रहते हैं। वर्तमान में वह पचदेवरा गांव के पास निर्माणाधीन रेलवे पुल का कार्य करा रहा था। औद्योगिक के नेवादा समोगर गांव में स्थित एक अपार्टमेंट से रहता था। गुरुवार की रात सम्पत्ति को लेकर मोबाइल पर पत्नी से वीडियो कालिंग पर ही विवाद हो गया, विवाद इतना बढ़ा कि उसने अपनी लाइसेंसी असलहे से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। जब तक पुलिस के पास सूचना जाती और दरवाजा तोड़कर अस्पताल पहुंचाया जाता, तब तक देर हो चुकी थी।

रात भर पीते रहे शराब
गुरुवार की रात वह काफी देर तक शराब पीते रहे। उनके साथ उनका सुपरवाइजर जितेंद्र मिश्रा और इंद्रजीत यादव भी थे। लेकिन रात 12 बजे वह दोनों अपने कमरे में सोने चले गए। इसके बाद विभूति नारायण ने कमरा अंदर से बंद कर लिया। फिर वीडियो काल पर बात करते-करते अचानक लाइसेंसी पिस्टल से स्वंय को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर दोनों कमरा तोड़कर अंदर आते, तब तक देर हो चुकी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो वह दम तोड़ चुके थे।

सम्पत्ति विवाद और पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर ठेकेदार ने खुद को गोली मारकर हत्या कर ली। पुलिस विधिक कार्रवाई कर रही है।
सौरभ दीक्षित, पुलिस अधीक्षक यमुनापार