प्रयागराज ब्यूरो । विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर शुक्रवार को शहर में जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसके तहत काल्विन अस्पताल में सेमिनार का आयोजन करने के बाद जागरुकता रैली निकाली गई। इस बार की थीम थी बच्चों को तंबाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना है। पैरामेडिकल और नर्सिंग के छात्र छात्राओं ने हाथ में तख्ती लेकर लोगों को तंबाकू से बचाव के स्लोगन और नारे लगाए।

यहां चलाया गया हस्ताक्षर अभियान

वही सीएमओ आफिस सभागार में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। यहां पर सेमिनार का भी आयोजन किया गया। लोगों ने हस्ताक्षर कर संकल्प लिया कि खुद के साथ दूसरों को भी तंबाकू के इस्तेमाल से बचाएंगे। सीएमओ डॉ। आशु पांडेय ने सेमिनार में कहा कि युवा और बच्चे कमजोर कड़ी होते हैं। इनको आसानी से तमाम प्रचार के जरिए तंबाकू उद्योग अपनी चपेट में ले लेते हैं। इन सभी को तंबाकू से दूरी बनाने के लिए जागरुक करना होगा। जिला सलाहकार डॉ। शैलेष कुमार मौर्या ने कहा कि यदि हम बच्चों और युवाओं को तंबाकू से दूर रखने में सफल हुए तो हमारा प्रयास भी सफल माना जाएगा। काउंसलर प्रमोद सिंह और सोशल वर्कर सुमन लता त्रिपाठी ने लोगों को तंबाकू के प्रति जागरुक किया। इस अवसर पर एसीएमओ डॉ। निशा सोनकर, डॉ। राकेश पासवान, डॉ। आरके श्रीवास्तव, डॉ। नवीन गिरि आदि उपस्थित रहे।

यहां पर भी हुए कार्यक्रम

क्षेत्रीय मद्यनिषेध एवं समाजोत्थान अधिकारी ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिवालय जमखुरी, विकास खण्ड मऊआइमा में ग्रामीणों के मध्य तम्बाकू के दुष्परिणामों से ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए मद्यनिषेध प्रदर्शनी, संगोष्ठी, शिक्षात्मक सांस्कृतिक कार्यक्रम (जादू) का आयोजन किया गया। अन्त में उपस्थित ग्रामीणों को तम्बाकू उत्पादों का सेवन न करने व नशें से दूर रहने की शपथ दिलायी गयी। इस दौरान जनपद न्यायाधीशसंतोष राय की अध्यक्षता में केंद्रीय कारागार नैनी प्रयागराज में निरुद्ध महिला एवम पुरुष बंदियों को तंबाकू से होने वाली हानियों के विषय में चर्चा की गई। विधि संकाय के छात्र एवम छात्राओ द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बंदियों को नशा न करने एवम तंबाकू के उपयोग से होने वाली हानियों से अवगत कराया।