सहरी और इफ्तार के बीच लम्बा गैप होने से हेवी डाइट पर होता है जोर

रमजान के महीने में पूरे दिन भूखे प्यासे रहकर शाम को हेवी डाइट लेना भी ठीक नहीं है। इससे वजन बढ़ने से लेकर तमाम समस्याएं सिर उठा सकती हैं। डॉक्टर्स की एडवाइज है कि रोजेदार प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर से भरपूर डाइट लें।

फिजीशियन डॉ। ओपी त्रिपाठी के अनुसार भीषण गर्मी के दिनों में पूरे दिन पानी का सेवन न करने से शरीर में पानी की कमी होने लगती है। इसके अलावा सहरी और इफ्तार के बीच लम्बा गैप होने से लोग एक बार में ज्यादा खाना खाते हैं। इससे वजन बढ़ने की समस्या पैदा होती है। डॉक्टर्स का कहना है कि रोजेदारों को सुबह सहरी जरूर करना चाहिए क्योंकि यह दिन का पहला खाना होता है। इसी से पूरे दिन एक्टिव रहने के लिए एनर्जी मिलती है। इसे छोडने से शरीर का मेटाबोलिक रेट कम हो जाता है जिसका असर फैट बर्न करने की क्षमता पर भी पड़ता है। साथ में ध्यान रखना चाहिए कि खाना मसालेदार और तेल वाला न हो। इफतार के समय ऐसा खाना खाएं जिसमें फाइबर और प्रोटीन की अधिकता हो। इससे पाचन क्रिया सही होगी और फैट भी सही तरह बर्न होगा।

ये करे इस्तमाल।

खजूर: 23 कैलोरी होती है तथा कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता।

तरबूज: इसमे जरूरी मिनरल्स जैसे मैग्नीशियम, कैल्शियम, सोडियम और पोटैशियम पाया जाता है।

संतरा : गर्मी से होने वाली विटामिन सी की कमी को दूर करता है।

जामुन : यह धमनियों के ब्ल्ड सर्कुलेशन को नियंत्रित करता है

अंजीर : रक्तचाप कम करने, पाचन में सुधार, वजन घटाने में मदद करता है।

अंगूर : दिल के लिए अच्छा है

खरबूजा : ताकत बढ़ाने और एनर्जी देने की क्षमता के चलते यह एक असाधारण अच्छा फल है।

आम: विटामिन ए, बी-6, और सी, प्लस फाइबर का अच्छा स्त्रोत है।

रोजे में नहीं लगेगी प्यास

रोजे के दिन प्यास कम लगे इसके लिए दो-तीन चम्मच दही में इलाइची डाल के सेवन करने से इफ्तार तक प्यास कम लगेगी।