मस्जिदों में कोरोना नियमों के मुताबिक नमाज पढ़ सकेंगे नमाजी

शहर ए काजी ने लोगों से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील की

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PRAYAGRAJ: ईद-उल-अजहा यानी बकरीद को लेकर तैयारियां जोरो पर है। मस्जिदों में भी नमाज अदा करने के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इस बार भी कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की गई है। मस्जिदों में नमाज के लिए लिमिट फिक्स कर दी गयी है। एक बार में अधिकतम 50 लोगों को ही अनुमति दी जाएगी। इस दौरान भी मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के रूल को पूरी तरह से फॉलो करना होगा।

मदरसों में भी नमाज की तैयारी

कोरोना संक्रमण के प्रभाव के कारण इस बार भी बकरीद की नमाज ईदगाह पर नहीं होनी है। मस्जिदों में लिमिटेड संख्या को देखते हुए सिटी के बड़े मदरसों में भी सीमित संख्या में नमाज अदा करने की व्यवस्था की जा रही है। बकरीद की नमाज सुबह 7 से 8 बजे के बीच होगी। बकरीद की नमाज को देखते हुए कुछ लोगों ने अपने घरों में दस से बीस लोगों की जमात बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। जिससे जमात के साथ बकरीद की नमाज अदा की जा सके। वहीं बकरीद की नमाज को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी विशेष इंतजाम किए गए है।

दिन भर चली बकरों की खरीद फरोख्त

बुधवार को पड़ने वाली बकरीद को देखते हुए मंगलवार को पूरे दिन बकरों की खरीद फरोख्त का कार्य जारी रहा। बाजारों में कुर्ता-पायजामा, टोपी, कपड़े, चप्पल, जूतों समेत अन्य सामान खरीदने के लिए भीड़ उमड़ रही है। चौक, नखासकोहना, रोशनबाग, शाहगंज, नूरुल्ला रोड, कटरा, सिविल लाइंस, जीरो रोड, कोठा पारचा आदि मार्केट में लोगों की कपड़े, जूते, टोपी, कुर्ता आदि खरीदने को पहुंच रहे हैं। बच्चों के कपड़ों की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ जुट रही है।

क्या है कुर्बानी

मौलाना नादिर हुसैन ने बताया कि अल्लाह के नबी से पूछा गया कि कुर्बानी है क्या? आपने फरमाया ये तुम्हारे बाप हजरत ए इब्राहीम की सुन्नत है। फिर पूछा गया कि इसके बदले क्या मिलेगा? तो आपने फरमाया हर बाल के बदले नेकी लिखी जाती है। इस दौरान मौलाना नादिर हुसैन ने लोगों ने नमाज के बाद कोरोना से निजात की दुआ मांगने की अपील की। साथ ही लोगों से खुले में कुर्बानी नहीं करने और गोस्त को किसी को बांटने के लिए देते समय उसे ढक कर रखने की भी अपील की।

बकरीद की नमाज पढ़ने के लिए घर से निकलते समय मास्क जरूर पहने। साफ सफाई का ध्यान रखे। गरीबों की मदद करें और गोस्त ढक कर बांटे।

मुफ्ती शफीक अहमद शरीफी

काजी ए शहर प्रयागराज