अश्लील फिल्म बनाकर बाजार में बेचने का भी आरोप

दारागंज में रहने वाले तीर्थ पुरोहित दीपू मिश्रा के एक मकान में कथित तौर पर सेक्स रैकेट चलाने के मामले में आखिरकार एक साल बाद मुकदमा दर्ज हो गया है। पुलिस ने डिजिटल वीडियो रिकार्डर (डीवीआर) को कब्जे में लेकर वीडियो को जांच के लिए फोरेंसिक लैब वाराणसी भेज दिया है। पीडि़त कई वीआइपी और वीवीआइपी को संगम पर पूजा पाठ करवा चुके हैं।

वैद्यनाथ धाम गए थे दीपू

दारागंज थाने में दर्ज एफआइआर के मुताबिक, दीपू मिश्रा पूजा पाठ कराने के सिलसिले में 10 जुलाई 2019 अपने एक मकान में ताला बंद करके वैद्यनाथ धाम गए थे। आरोप है कि वहां से लौटने पर आसपास के लोगों ने बताया कि उनकी गैरहाजिरी में मकान का ताला तोड़कर घनश्याम पांडेय उनका बेटा नरेंद्र पांडेय, चंदन पांडेय लड़कियों से देह व्यापार कराते थे। उसी मकान में शुभम सिंह जो कि अविनाश उर्फ ¨टकू मिश्रा के घर पर रहकर सेवा करता था, लड़की लेकर गया था। वह शारीरिक संबंध बनाने के दौरान वीडियो भी बनवाता था और फिर उसे बाजार में बेचता था। इसी दौरान घर से कई सामान भी चोरी हो गया।

सीसीटीवी से पकड़ी गयी हरकत

पीडि़त तीर्थ पुरोहित का दावा है कि उन्होंने अपने मकान में सीसीटीवी लगवाया था, जिससे मकान के भीतर गलत काम करने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद उन्होंने दारागंज थाने से लेकर उच्चाधिकारियों से शिकायत की, लेकिन मुकदमा नहीं हुआ था। कुछ दिन पहले दीपू ने आइजी को लिखित शिकायत दी, जिनके आदेश पर दारागंज पुलिस ने मुकदमा कायम किया है। हालांकि मकान का ताला तोड़कर चोरी करने की धाराएं ही लगाई हैं। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को कब्जे में ले लिया गया है। फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आने पर मुकदमे में धारा बढ़ाई जाएगी।