प्रयागराज (ब्‍यूरो)। नाइट मार्केट में अव्यवस्था के खिलाफ व्यापारियों द्वारा उठाए गए बगावती कदम अब सफलता की तरफ चल पड़े हैं। करीब हफ्ते भर से अनसुनी की जा रही व्यापारियों की आवाज का अब अफसरों द्वारा तरजीह मिलने लगी हैं। जनसुनवाई में मार्केट की समस्याओं व संचालकों की मनमानी का पुलिंदा लेकर मंगलवार को व्यापारी नगर आयुक्त के सामने पेश हुए। व्यापारियों का दर्द सुनकर नगर आयुक्त चंद्रमोहन गर्ग का माथा ठनक गया। परेशान व्यापारियों के समर्थन में वहां मौजूद कई पार्षद बोल पड़े। यह सब देखते हुए नगर आयुक्त ने बिन्दुवार पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। स्मार्ट सिटी के अफसरों से उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि शिकायती पत्रों दिए गए हर बिन्दु की रिपोर्ट उन्हें अविलंब दिया जाय। उधर, लगातार 'दैनिक जागरण आईनेक्स्टÓ द्वारा प्रकाशित की जा रही नाइट मार्केट की समस्याओं पर आधारित खबर का बड़ा असर भी देखने को मिला।

नल की टोटियों को किया गया ऊंचा
शहर के कंपनी बाग गेट नंबर एक के सामने स्थित इस नाइट मार्केट में दुकानों के पीछे से वाटर सप्लाई की पाइप बिछाई गई थी। इसी पाइप में पानी भरने के लिए संचालकों के द्वारा नल की टोटी सेट कर दी गई थी। हालात ऐसे थे कि इस टोटी के नीचे बाल्टी तो दूर व्यापारी जग व मग तक नहीं लगा पा रहे थे। मंगलवार के अंक व्यापारियों की यह समस्या भी प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया गया। इसके बाद मार्केट संचालकों की नींद टूट गई। आननफानन जमीन में बिछाई गई वाटर सप्लाई की पाइप दुकान के पीछे स्थित बाउंट्री की दीवार पर सेट करा दी गई। इसके बाद सिस्टमेटिक ढंग से नल की टोटियां भी लगा दी गईं। नल की टोटियां सिस्टमेटिक ढंग से लगने के बाद व्यापारी राहत की सांस ले रहे हैं।

व्यापारियों बोले, मांगी गई हंै यह सूचनाएं
इस नाइट मार्केट के व्यापारियों ने कहा कि उनके सामने नगर आयुक्त ने स्मार्ट सिटी के अफसरों को बिन्दु वार रिपोर्ट देने के निर्देश दिए।
नगर आयुक्त ने कहा कि नाइट मार्केट संचालकों द्वारा दुकानदारों से कराए गए एग्रीमेंट की की स्थिति भी रिपोर्ट में बताई जाय।
साथ ही बिजली कनेक्शन की पूरी डिटेट व कितने किलो वाट का है यह भी उन्हें बताया, दुकानदारों से कराए गए एग्रीमेंट में लिए जाने वाले किराए का जिक्र है या नहीं।
यदि मार्केट संचालक व्यापारियों से किराया के साथ जीएसटी ले रहे हैं तो वह प्रॉपर जमा किया जा रहा है या फिर नहीं।
व्यापारियों ने बताया कि जन सुनवाई में मौजूद नगर आयुक्त ने यह भी रिपोर्ट मांगी है कि जो लोग वहां किराया व जीएसटी आदि वसूल रहे हैं, उनका टेंडर लेनी फार्म में क्या रोल है।

नगर निगम जन सुनवाई में नाइट मार्केट की समस्याओं को लेकर यहां के व्यापारी नगर आयुक्त से मुलाकात किए थे। नगर आयुक्त के द्वारा शिकायत के आधार पर कई बिन्दुओं की रिपोर्ट अफसरों से मांगी गई है। यदि अफसरों के द्वारा सही रिपोर्ट नगर आयुक्त को दी गई, तो समस्याओं का निस्तारित होना तय है।
हिमांशु गुप्ता, अध्यक्ष नाइट मार्केट व्यापारी संघ