- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने लिया निर्णय

- हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स को अनिवार्य रूप से देना होगा नो ड्यूज

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और ट्रस्ट के हॉस्टलों में रहने वाले स्टूडेंट्स को हॉस्टल व मेस की फीस रोकना अब महंगा पड़ेगा, क्योकि अब अगर किसी स्टूडेंट ने हॉस्टल और मेस का शुल्क जमा नहीं किया तो उनका एग्जाम रिजल्ट रोक दिया जाएगा। इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही इस आदेश की जानकारी सभी हॉस्टल के अधीक्षकों को भी उपलब्ध करा दी गई है। जिससे इसे तत्काल प्रभाव से लागू किया जा सके।

कई हॉस्टल व मेस का बकाया

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी व ट्रस्ट के हॉस्टल के अधिकांश हॉस्टलों में स्टूडेंट्स का मेस फीस बकाया रहता था। वह बकाए राशि का भुगतान किए बगैर हॉस्टल छोड़कर चले भी जाते थे। इस वजह से हॉस्टलों के मेस संचालन में आर्थिक दिक्कत आती थी। विभिन्न हॉस्टल के अधीक्षक की ओर से इस संबंध में लगातार शिकायत आ रही थी। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए सभी अधीक्षकों के साथ बैठक हुई। इसमें यह सर्वसम्मति से प्रस्ताव रखा गया कि हॉस्टल और मेस का शुल्क जमा करने पर ही परीक्षा परिणाम जारी किया जाए। इसके बाद इस मसले पर कार्यवाहक कुलपति प्रो.आरआर तिवारी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया। कमेटी में रजिस्ट्रार प्रो। एनके शुक्ल, परीक्षा नियंत्रक प्रो। रमेंद्र कुमार सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरके उपाध्याय, डीएसडब्ल्यू प्रो। केपी सिंह और वित्त अधिकारी डॉ। सुनीलकांत मिश्र को शामिल किया गया। कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि हॉस्टलों के स्टूडेंट्स हॉस्टल और मेस की फीस जमा नहीं करेंगे तो उनका रिजल्ट रोक दिया जाएगा। रिजल्ट के पहले सभी हॉस्टलर्स को एग्जाम कंट्रोलर को नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी देना होगा।

हॉस्टलों की खाली सीटों का मांगा डिटेल

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के डीएसडब्ल्यू ने सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों से लास्ट इयर की परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स का भी डिटेल मांगा है। जिससे इन स्टूडेंट्स से हॉस्टल खाली कराया जा सके। साथ ही नए सेशन के स्टूडेंट्स को हॉस्टल आवंटित किया जा सके।

इस आदेश को लेकर नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही इस आदेश की जानकारी सभी हॉस्टल के अधीक्षकों को भी उपलब्ध करा दी गई है।

प्रोफेसर एनके शुक्ला, रजिस्ट्रार, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी