- कोरोना महामारी के चलते नहीं हुए एग्जाम, अठारह स्कूल जिले में होते हैं संचालित

प्रयागराज- दिल की धड़कनें बढ़ी हुई थी। इंतजार खत्म होने नहीं आ रहा था। सालभर की मेहनत का परिणाम आने वाला था। जैसे तीन बजे काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन यानी सीआईएससीई की अधिकारिक वेबसाइट पर दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट जारी हो गया। इसके बाद अपना परिणाम देखने वालों की लाइन लगी रही। किसी ने फोन तो किसी ने साइबर कैफे की शरण ली। बता दें कि बोर्ड ने शनिवार को आईसीएसई और आईएससी के रिजल्ट जारी कर दिए। कोरोना महामारी के चलते पहली बार ऐसा हुआ कि बिना एग्जाम कराए नए पैटर्न पर रिजल्ट आया है। हालांकि स्कूलों का स्कोर बेहतर रहा और स्टूडेंट्स के चेहरों पर मुस्कान छाई रही।

थोड़ा टाइम लिया बट खुल गई

शनिवार दोपहर तीन बजे सीआईएससीई की अधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट जारी किया गया। अधिक यूजर होने की वजह से वेबसाइट खुलने में थोड़ा टाइम लगा लेकिन बाद में हालात सामान्य हो गए। आसानी से सभी अपना रिजल्ट देख सके। इसके पहले बोर्ड ने मान्यता प्राप्त स्कूलों को सूचित किया था कि आईसीएसई और आईएससी के परिणाम बोर्ड की वेबसाइट पर और एसमएस के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे। स्कूलों के लिए टैबुलेशन रजिस्टसर्् करियर पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध कराए जाएंगे।

इस तरह से घोषित हुआ रिजल्ट

प्रयागराज में बोर्ड के कुल 18 स्कूल हैं। इन्हे जोन ए और बी में बांटा गया है। इस बार एग्जाम नहीं होने पर नए पैटर्न के आधार पर रिजल्ट दिया गया है। जिसमें आईसीएसई में कक्षा 9 और 10 के इंटरनल एग्जाम में हासिल किए मा‌र्क्स और आईएससी में 11 व 12वीं की इंटरनल एग्जाम के आधार पर रिजल्ट तैयार किया गया।

इस बार टापर्स नहीं

चूंकि कोरोना महामारी के चलते एग्जाम नहीं कराए गए थे इसलिए इस बार बोर्ड के रिजल्ट में टापर्स नहीं आए। इसकी कमी सभी को खूब खली। क्योंकि पिछले साल तक टापर्स की घोषणा के लिए लोग टकटकी लगाए रिजल्ट का इंतजार करते रहते थे। जिस स्कूल के टापर्स होते थे वह फूले नहीं समाता था। लेकिन इस बार ओवर आल टापर की जगह स्कूलों ने अपने यहां असेसमेंट के आधार पर पाए नंबर पर ही टापर घोषित किए। जीएचएस, बीएचएस, एसएमसी, आईपीएम आदि स्कूलों ने अपने यहां के इंटरनल टापर्स की लिस्ट जारी की है। बता दें कि बोर्ड के 18 में से 15 स्कूल शहर और तीन ग्रामीण एरिया मे हैं।