प्रयागराज (ब्यूरो)। फिलहाल खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से रियूज्ड कुकिंग ऑयल कलेक्शन का जिम्मा ट्रिपल एस आयल ब्रदर्स प्रालि को दिया गया है। इसकी कलेक्शन वैन 68 होटल, रेस्टोरेंट, मिठाई और नमकीन की दुकानों से जले हुए तेल को उठाएगी। यह तेल एक डिब्बे में प्रत्येक दुकानदार द्वारा एकत्र किया जाएगा और जब यह भर जाएगा तो व्हाट््सऐप ग्रुप के जरिए वैन को खबर कर दी जाएगी।

वर्तमान में ढाई हजार कलेक्शन

बता दें कि वर्तमान में कंपनी द्वारा 2 से 2.5 हजार लीटर रियूज्ड कुकिंग ऑयल प्रति माह दुकानों से कलेक्ट किया जाना है। भविष्य में इसकी कैपिसिटी बढ़ाई जाएगी। सभी प्रतिष्ठानों को जोडऩे की मुहिम चलाई जा रही है। अधिकािरयों का कहना है कि पहले से भी कुछ कंपनियां जला हुआ खाद्य तेल कलेक्ट कर रही हैं लेकिन इस बार पूरी प्लानिंग के साथ यह काम किया जा रहा है।

क्यों खतरनाक है रियूज्ड ऑयल

बता दें कि रियूज्ड कुकिंग ऑयल में बार-बार खाने को तलने से यह सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। एक्सपट्र्स कहते हैं कि खाने के किसी भी तेल को तीन बार से अधिक गर्म करने पर यह स्वास्थ्य के लिए घातक हो जाता है। इसमें टोटल पोलर कंपाउंड्स (टीपीसी) 25 प्रतिशत से अधिक हो जाते हैं। बार-बार तलने पर यह कैंसर और दिल की बीमारियों का कारण बनता है इसीलिए भारत सरकार की बायो डीजल नीति में रियूज कुकिंग ऑयल से बायो डीजल के निर्माण को शामिल किया गया है। इससे आम आदमी के स्वास्थ्य की सुरक्षा होगी। साथ ही जले तेल से ईधन बनाया जा सकेगा।

झंडी दिखाकर किया गया रवाना

गुरुवार को कलेक्शन वैन को सिविल लाइंस चौराहे से सहायक खाद्य आयुक्त संजय पांडेय और अभिहित अधिकारी ममता चौधरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ऑयल कलेक्शन की शुरुआत एलचिको रेस्टोरेंट से की गई। उन्होंने बताया कि जल्द ही यह अभियान बड़ा रूप लेगा। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी केके त्रिपाठी ने बताया कि जो प्रतिष्ठान मालिक इस अभियान से जुडऩा चाहते हैं वह संपर्क कर सकते हैं।