13 अगस्त 1942 को चौक में अंग्रेजों ने प्रदर्शनकारियों पर चलाई थी गोली

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PRAYAGRAJ: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के समर्थन में 13 अगस्त 1942 को प्रयागराज में जॉनसेनगंज चौराहा से घंटाघर चौराहे तक नौजवानों ने अब्दुल मजीद राईन के नेतृत्व में नारेबाजी करते हुए तिरंगा लहराया था। घंटाघर की ओर बढ़ रहे लोगों पर अंग्रेजी हुकूमत के जालिम हुक्मरानों ने गोली बरसाते हुए अब्दुल मजीद राईन, मुरारी मोहन भट्टाचार्य एवं भगवती प्रसाद के सीने को छलनी कर दिया था। भारत मां के वीर सपूत शहीद हो गए थे। उस घटना को याद करते हुए और शहीद अब्दुल मजीद राईन के साथ ही अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए शहीद अब्दुल मजीद राईन के भतीजे मो। कादिर ने गुरुवार को घंटाघर स्थित शहीद स्थल पर बलिदान दिवस कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें शहीदों को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

घंटाघर स्थित शहीद स्थल पर अर्पित की गई श्रद्धांजलि

आजादी की लड़ाई में शहीद हुए अब्दुील मजीद राईन के साथ ही अन्य महापुरुषों को याद करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। इस अवसर पर मोहम्मद कादिर (कादिर भाई ) जिलाध्यक्ष प्रयागराज व्यापार प्रतिनिधि मण्डल, मोहम्मद शकील राईन, मोहम्मद रिजवान राईन, प्रयाग व्यापार मण्डल अध्यक्ष विजय अरोरा, महामंत्री शिवशंकर सिंह, जिला सर्राफा कमेटी अध्यक्ष दिनेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष नरेन्द्र खेड़ा मान्टू, हिमांशु निक्की केसरवानी, दिलजीत सिंह बंटी, मोईन अख्तर, सोएब एखलाक, फय्याज अटाला, मोहम्मद अमीर, आदि मौजूद रहै।