प्रयागराज (ब्यूरो)। एमएलएन मेडिकल कॉलेज की माइक्रो बायलाजी लैब में कोरोना की आरटीपीसीआर जांच की क्षमता बढ़ा दी गई है। अब प्रतिदिन पांच से छह हजार के बीच जांच की जाएगी। जो सैंपल पाजिटिव आएंगे उनको जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली या बीएचयू भेज दिया जाएगा। ऐसे मरीजों के पाजिटिव होने के साथ उनकी सीटी वैल्यू 25 से कम होना जरूरी है। डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना के डेल्टा और ओमीक्रोन वैरिएंट के इलाज का प्रोटोकाल सेम है। उनमें कोई बदलाव नही किया गया है। ओमीक्रोन वैरिएंट में लक्षण भी नजर नही आ रहे हैं। बुखार और जुकाम जैसे लक्षण नही दिख रहे हैं।
बचना है तो करवाएं वैक्सीनेशन
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जिन लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज लगवा ली है उनको इस वैरिएंट से अधिक नुकसान नहीं होगा।
उनको हल्के लक्षणों के साथ इलाज के जरिए स्वस्थ कर दिया जाएगा।
पहली डोज लगवा चुके लोगों को बिना देरी किए दूसरी डोज लगवानी होगी।
जो लोग अभी भी वैक्सीनेशन से दूर हैं उनके लिए यह वैरिएंट दिक्कतें पैदा कर सकता है।

जरूरत पर हायर होंगे प्राइवेट अस्पताल
ओमीक्रोन वायरस के फैलने की स्थिति में स्वास्थ्य विभाग प्राइवेट अस्पतालों को भी हायर करेगा।
इस समय सरकारी अस्पतालों में आठ ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं।
यह बेली, डफरिन, एसआरएन, फूलपुर, टीबी और कोटवा एट बनी और भगवतपुर अस्पताल में लगाए गए हैं। इनमें से दो प्लांट जल्द चालू हो जाएंगे।
इसके अलावा बेली और एसआरएन अस्पताल में 20-20 बेड फारनर्स और इंडियन मरीजों के लिए रिजर्व कराए गए हैं।
कोई पाजिटिव आता है तो उसके कांटेक्ट में आए 25 लोगों की जांच की जाएगी।

छह दिसंबर तक चलेगी फोकस्ड जांच
कोरोना की सघन जांच को लेकर एक से छह दिसंबर के बीच फोकस्ड सैंपलिंग कराई जा रही है। एक से तीन दिसंबर तक जहां तमाम हायर इंस्टीट्यूशंस में टीमों ने सैंपल लिया है वहीं 4, 5 और 6 दिसंबर को तमाम सरकारी और प्राइवेट कार्यालयों में कोरोना की जांच होगी। इसके अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट पर आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच की जा रही है। सभी की सैंपलिंग हो रही है।
संक्रमित मिलने की अफवाह
स्वास्थ्य विभाग ने मोहत्सिमगंज की एक महिला में ओमीक्रोन वैरिएंट का मरीज पाए जाने को अफवाह करार दिया है। बता दें कि गुरुवार की आधी रात के बाद से ही इससे जुड़े मैसेज वायरल होने लगे तो सभी सन्नाटे में आ गये। इस पर तमाम क्वैरीज की जाने लगी। शुक्रवार को दिन में सीएमओ डॉ। नानक सरन और डीएसओ डॉ। एके तिवारी ने इस पर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने बताया कि एक महिला कोरोना पॉजिटिव पायी गयी है। यह महिला शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती थी। उसकी सर्जरी करायी जानी थी। सर्जरी से पहले कोरोना टेस्ट कराया जाना जरूरी है। इसी के लिए सैंपल लिया गया था। उसकी रिपोर्ट पाजिटिव है। उसकी ऐसी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। उसका कोई रिलेटिव भी इन दिनो विदेश नहीं आया है। उसके आसपास रहने वालों में भी किसी की फॉरेन ट्रवेल की हिस्ट्री नहीं है। इससे उसमें ओमीक्रोन वैरिएंट की संभावना भी फिलहाल नहीं है। इस महिला को एसआरएन में भर्ती कराया गया है।

जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है। प्रतिदिन पांच हजार से अधिक जांच की जाएगी। आक्सीजन प्लांट और बेड रिजर्व किए गए हैं। अगर कोई नए वैरिएंट का मरीज मिलता है तो उसका तत्काल इलाज होगा।
डा। नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज

अगर कोई पाजिटिव आता है तो उसका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए बीएचयू वाराणसी भेजा जाएगा। वहां पर ओमीक्रोन की पुष्टि होगी। ऐसे मरीज की सीटी वैल्यू 25 से कम होनी चाहिए।
डॉॅ। मोनिका, एचओडी माइक्रोबायलाजी लैब, एमएलएन मेडिकल कॉलेज प्रयागराज