प्रयागराज (ब्‍यूरो)।
आज हाईस्कूल में 29 लाख एवं इंटर में 18 लाख से अधिक परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे। आठ हजार से अधिक परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होगी। मंगलवार को बोर्ड के अधिकारियों ने एक बार फिर नए सिरे से परीक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। संवेदनशील परीक्षा केंद्रों को लेकर जिले के शिक्षाधिकारियों से वर्चुअल मीटिंग की। पूर्व की तरह स्ट्रांग रूमों की जांच रात्रि में करने की हिदायत दी। बोर्ड सचिव ने क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों के साथ गूगल मीट के माध्यम से बैठक करके शुचितापूर्ण तरीके परीक्षा कराने के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया।

नही मिला नकलची
मंगलवार को यूपी बोर्ड कि इंटर प्रथम पाली में प्रोफेशनल विषय फल एवं खाघ संरक्षण, पाक शास्त्र आदि का परचा था। दूसरी पाली में इंटर में नागरिक शास्त्र एवं कृषि विज्ञान से संबंधित विषयों की परीक्षा थी। दोनों पालियों की परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। बोर्ड बुधवार को हाईस्कूल अंग्रेजी की परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से संपादित कराने के लिए मुस्तैद है। हाईस्कूल में अंग्रेजी के परचे 8,753 परीक्षा केंद्रों पर 29,77,625 परीक्षार्थी परीक्षा देने पहुंचेंगे। इसी प्रकार इंटर की भौतिक विज्ञान एवं अर्थशास्त्र विषय की परीक्षा 8,574 केंद्रों पर होगी। इन विषयों की परीक्षा में 18,33,224 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे। हाईस्कूल में अंग्रेजी विषय की परीक्षा काफी महत्वपूर्ण है। इस विषय की परीक्षा में नकल माफियाओं के हौसले पस्त करने के लिए बोर्ड के अधिकारी दिन भर कवायद करते रहे।

गूगल मीट पर दिए निर्देश
अधिकारियों ने देर रात्रि तक अपने सहयोगियों एवं पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों के साथ गूगल मीट के माध्यम से कई बार बैठक की। संवदेनशील परीक्षा केंद्रों की समीक्षा करके जिले के शिक्षाधिकारियों को दिशा निर्देश दिया। वैसे अभी तक बोर्ड परीक्षाएं बेहतर माहौल एवं शुचितापूर्ण तरीके से संचालित हो रही हैं। बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि परीक्षा को लेकर तैयारी पहले ही दिन से है। महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाओं को लेकर एक दिन पहले नए सिरे से समीक्षा की जाती है। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड की परीक्षा में छद्म परीक्षार्थियों के मंसूबे पर पानी फिर गया है। फर्जी परीक्षार्थियों को फार्म भरवाने वाले नकल माफिया भी अब घर बैठ गए है। इन पर शिकंजा कसने की वजह से ऐसा हुआ है। अब तक ऐसे सौ से अधिक प्रॉक्सी परीक्षार्थी पकड़े जा चुके हैं।