प्रयागराज ब्यूरो । डांस और ठुमके लगाने का सीन भी था। प्रथम दृष्टया देखने पर संकेत साफ था कि पूरे जोश के साथ पार्टी चल रही है। इसे प्री प्लांड तरीके से ऑर्गनाइज किया गया है और जितने भी लोग यहां मौजूद थे, वे सब इसका हिस्सा हैं। शुरुआती दौर में इस वीडियो को खारिज करने की कोशिश की गयी। लेकिन, सवाल उठने लगे और बात डीएम संजय खत्री तक पहुंच गयी तो उन्होंने जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी गठित कर दी। इस कमेटी को वीडियो की पड़ताल करके डिटेल रिपोर्ट देनी थी। मंगलवार को इसकी रिपोर्ट डीएम तक पहुंची तो उन्होंने कुल दस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिये। इसमें से सात कर्मचारी संविदा पर तैनात थे तो उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। तीन महिला पुलिसकर्मी रेग्युलर इम्प्लाई थीं तो उन्हें सस्पेंड किया गया है।
बयान के लिए आयी थी महिलाएं
वायरल वीडियो की जांच के लिए बनाई गई कमेटी ने जांच रिपोर्ट सौंपी है उसके मुताबिक यह वन स्टाप सेंटर शाहगंज एरिया का है। वन स्टाप सेंटर (पूर्व का नाम आशा ज्योति केंद्र) में 31 दिसंबर की रात रंगारंग पार्टी का आयोजन किया गया था। इस सेंटर में उन महिलाओं को रखा जाता है जो आपराधिक मामलों में थाने में बयान अथवा अन्य वजह से लायी अथवा बुलायी जाती हैं। ऐसी महिलाओं को दिन डूबने के बाद थाने की लॉकप में नहीं रखा जा सकता है। इसी के चलते वन स्टॉप सेंटर की व्यवस्था की गयी है। यहां महिलाएं न सिर्फ रात गुजारती हैं बल्कि उनके खाने आदि की व्यवस्था भी होती है। बताया गया कि जिस दिन का वीडियो वायरल हुआ है उस दिन यहां कुल पांच महिलाओं को रखा गया था। चूंकि यह इलाका शाहगंज थाना क्षेत्र में आता है तो सुरक्षा के लिए थाने से महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाती है। घटना वाले दिन तीन महिला सिपाही यहां तैनात थीं। इसके अलावा सात कर्मचारी संविदा वाले थे।

शोर शराबे से तंग हो गयीं महिलाएं
वायरल वीडियो हालांकि पूरी कहानी बताने के लिए पर्याप्त था फिर भी यह चेक किया गया कि इसमें एडिट करके कुछ जोड़ा तो नहीं गया है। जिस टाइम का वीडियो वायरल किया गया है उस टाइम की वन स्टॉप के भीतर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चेक की गयी तो काफी कुछ क्लीयर हो गया। जिस रात वहां पार्टी हुई थी वहां पर पांच महिलाओं को भी रखा गया था। पूरी रात शोर शराबे से वह भी परेशान हो गई थीं। शिकायत होने पर डीएम ने सदर तहसील की एएसडीएम ज्योति मौर्य, जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्र और सीडीपीओ संजीता को जांच सौंपी। टीम ने उस रात वन स्टाप सेंटर में रोकी गई सभी पांचों महिलाओं का बयान दर्ज किया तो उन्होंने भी रात में हंगामा वाली बात बता दी। उन्होंने यह भी एड कर दिया कि हंगामे में चलते वह रात में सो ही नहीं पायीं। तैनात तीन महिला सिपाहियों समेत सभी संविदाकर्मियों से पूछताछ की गई। इसमें पता चला कि संविदाकर्मी को एंज्वॉयमेंट में इनवाल्व थे लेकिन, सुरक्षा के लिए तैनात की गयीं महिला सिपाही मूकदर्शक की तरह वहां मौजूद थीं। उन्होंने न तो इसका विरोध किया और न ही इसकी थाने में कोई रिपोर्ट दर्ज करायी। उन्होंने 112 पर कॉल करके भी सूचित नहीं किया। यही उनके लिए गुनाह बन गया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज निकलवाई गई। जांच रिपोर्ट आने के बाद डीएम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सात संविदा कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी। इसके अलावा शाहगंज थाने की वहां पर तैनात तीन महिला पुलिस कर्मियों को भी निलंबित कर दिया गया है।

हमने जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी थी। जिस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने सात संविदा कर्मियों को बर्खास्त कर दिया है। मामले की जांच तेज गति से की गई है। वहां पर नए स्टाफ की भी तैनाती कर दी गई है।
पंकज मिश्रा
जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रयागराज