-जुलूस निकाल अमर रहे का लगाया नारा

- सोमवार को भी नहीं पहुंचा पार्थिव शरीर

CHARWA(29 Dec,JNN): कोहरे व धुंध के कारण शहीद चंद्रमणि का शव सीआरपीएफ कौशांबी नहीं भेज पा रही है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर से शव रेल मार्ग द्वारा भेजा जा रहा है। मौसम खराब होने के कारण सोमवार की दोपहर शव छत्तीसगढ़ के रायपुर तक ही पहुंच सका। उधर शहीद के शव का हजारों लोग इंतजार करते रहे। शहीद को याद कर लोगों की आंखें नम रहीं। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। शहीद के परिजनों को सांत्वना देने के लिए एसपी व सीओ सोमवार को घर पहुंचे। छत्तीसगढ़ के जसपुर इलाके में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवान चंद्रमणि यादव पुत्र मानसिंह का शव आने में देर पर देर हो रही है। मौसम खराब होने के कारण ट्रेने लेट चल रही हैं। इससे परिजनों का बुरा हाल है। जांबाज बेटे का शव देखने के लिए परिजनों की आंखें पथरा गई हैं। जिले के लोगों को पता था कि सोमवार को शहीद के शव का अंतिम संस्कार होगा। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों लोग शहीद के गांव अयोध्या का पुरवा में दोपहर तक इकट्ठा हो गए। सांसद विनोद सोनकर, एसपी रतनकांत पांडेय, सपा जिलाध्यक्ष अशोक यादव समेत सभी दलों के जनप्रतिनिधि शामिल हुए।

चंद्रमणि अमर रहे

शहीद के सम्मान में चरवा के व्यापारियों ने सुनील वर्मा के नेतृत्व में बाजार बंद रखी। साथ ही बाजार में जुलूस निकाल कर व्यापारियों ने चंद्रमणि यादव अमर रहे के नारे लगाए। सीओ चायल आलोक मिश्र ने बताया कि शहीद का शव सोमवार की दोपहर तक छत्तीसगढ़ के रायपुर जंक्शन ही पहुंच सका है। शव को जल्द से जल्द मंगाने के सारे प्रयास किए जा रहे है।

हर जुबान पर शहीद की चर्चा

अयोध्या का पुरवा गांव का हर व्यक्ति गमजदा है। गांव में मौजूद हर शख्स की जुबान पर शहीद चंद्रमणि यादव की ही चर्चा है। चंद्रमणि यादव गांव का हसमुख व मिलनसार व्यक्ति था, इसीलिए वह सबका चहेता था। उसकी मेहनत व लगन की गांव के लोग तारीफ तो करते ही हैं, साथ ही गांव के अन्य युवकों को शहीद की याद दिलाकर नसीहत लेने की भी सलाह दे रहे हैं।