प्रयागराज (ब्‍यूरो)। संयुक्त युवा मोर्चा के आवाहन पर शुक्रवार को ईश्वर शरण पीजी कॉलेज के सामने युवा मंच के बैनर तले युवाओं के बीच सिग्नेचर कैंपेन चलायी गयी। प्रदेश में 6 लाख रिक्त पदों को भरने के चुनावीं वायदे को पूरा करने, रोजगार अधिकार के लिए कानून बनाने, आउटसोर्सिंग पर रोक और रोजगार सृजन के लिए कारपोरेट्स पर टैक्स लगाने जैसे मुद्दों को लेकर विश्व शिक्षक दिवस के मौके पर यह कैंपेन चलायी गयी।

वादे से मुकर रहे शिक्षा मंत्री
सिग्नेचर कैंपेन को लीड कर रहे युवा मंच के अध्यक्ष अनिल सिंह ने कहा कि विश्व शिक्षक दिवस से शिक्षकों को रिक्त पदों को भरने की मुहिम का आगाज किया गया है। उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा मंत्री 1.26 लाख रिक्त पदों के होने के बावजूद भर्ती देने से इंकार कर रहे हैं। परिषदीय विद्यालयों में आलम यह है कि सरकार ने गत दो वर्षों में 1.39 लाख पदों को ही खत्म कर दिया है। सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि चयन प्रक्रिया लटकाए रखने के लिए शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन में देरी की जा रही है। कहा कि बार-बार रिक्त पदों का ब्यौरा तलब करना युवाओं को गुमराह करना है।

विधानसभा में बताया तो विज्ञापित भी कीजिए
उदाहरण देते हुए बताया कि विधानसभा में ऐडेड माध्यमिक विद्यालयों में 25 हजार, परिषदीय विद्यालयों में 1.26 लाख का डेटा बताया गया ऐसे में इन पदों विज्ञापन में जोडऩे अथवा विज्ञापित करने के बजाय सरकार महज बयानबाजी कर रही है। संयुक्त युवा मोर्चा टीम उत्तर प्रदेश के सदस्य ई। राम बहादुर पटेल ने तकनीकी संवर्ग में एक लाख से ज्यादा रिक्त पदों पर चयन प्रक्रिया शुरू न करने का आरोप लगाया। कहा कि सृजित पदों को भरने के बजाय आउटसोर्सिंग से पदों को भरा जा रहा है। कैंपेन में अम्बरीष चतुर्वेदी, सुनील यादव, अंकित शुक्ला, प्रमोद दुबे, आकाश दीप, अंकित पाल, सतेन्द्र पाल, कुश वर्मा, गोविंद सरोज समेत सैकड़ों युवा शामिल रहे।

डीएलएड अभ्यर्थियों का धरना जारी
प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोषित करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे डीएलएड के अभ्यर्थियों का धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। डीएलएड बीटीसी संयुक्त प्रशिक्षित मोर्चा के अध्यक्ष विनोद पटेल का कहना है कि प्रदेश सरकार सुप्रीम कोर्ट में शिक्षक भर्ती के 51112 पदों का हालफनामा लगाया था। पांच वर्ष बीत चुके हैं फिर भी सरकार भर्ती शुरू करने का नाम नहीं ले रही है। सरकार के इस रुख के चलते प्रशिक्षित बेरोजगार मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। सरकार ने भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं की तो इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में भुगतना होगा। इसी मांग को लेकर शनिवार 6 अक्टूबर को महाधरना प्रस्तावित है। प्रशिक्षु जल्द लखनऊ कूच करने के लिए बाध्य होंगे। वे विधानसभा और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। रजत सिंह यादव, अनंत प्रताप, आशिता पटेल, अंकिता सिंह, ज्ञानेंद्र बर्मा, सुनील यादव, शिवम सिंह, अखिलेश, महेन्द्र एवं हजारों डीएलएड बीटीसी प्रशिक्षु धरने में शामिल रहे।