काउंसिलिंगग से बाहर हुए अभ्यर्थियों का सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पर जमावड़ा

ALLAHABAD: परिषदीय स्कूलों में नौकरी का सपना लिए लाखों की संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। 12460 सहायक अध्यापक भर्ती के लिए आवेदन करने वाले इन अभ्यर्थियों में से हजारों के सपने एक झटके में टूट गए। उन्हें काउंसलिंग से बाहर कर दिया गया। सालों से नौकरी के इंतजार में बैठे प्रदेश भर के अभ्यर्थी इससे सन्नाटे में आ गए। और कोई रास्ता नहीं सूझा तो सचिव बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय पहुंच गए। अभ्यर्थियों का कहना है कि उन्होंने आवेदन के बाद किसी भी प्रकार का संशोधन नहीं किया। किसी और ने संशोधन कर दिया, जो ओरिजन डाटा से अलग है।

फिर से काउंसिलिंग कराने की गुहार

काउंसलिंग में शामिल होने से वंचित होने वाले अभ्यर्थियों ने सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से काउंसलिंग में शामिल करने की मांग की है। अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा परिषद में प्रत्यावेदन भी दिया। अभ्यर्थियों का कहना है कि किसी ने जानबूझकर छेड़छाड़ की है। अभ्यर्थियों की बड़ी संख्या को देखते हुए सचिव बेसिक शिक्षा परिषद संजय सिन्हा ने एनआईसी से ऐसे सभी अभ्यर्थियों का डाटा मांगा है। एनआईसी ने बताया कि एक निश्चित दिन और समय पर संशोधन की प्रक्रिया संपादित की गई है। एनआईसी ने बताया कि ऐसा वही व्यक्ति कर सकता है, जिसके पास अभ्यर्थी का विवरण हो। रजिस्ट्रेशन संख्या, बैंक द्वारा प्राप्त चलान संख्या, जन्मतिथि आदि की जानकारी हो। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने कहा कि अगर अभ्यर्थियों ने स्वयं संशोधन किया है और उसमें गलतियां हुई है तो इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार हैं।

यदि किसी दूसरे व्यक्ति ने अभ्यर्थी की अनुमति के बगैर संशोधन किया है, तो यह साइबर क्राइम के अन्तर्गत आएगा। सभी बीएसए को निर्देश दिया गया है, जो व्यक्ति साइबर क्राइम के अन्तर्गत एफआईआर दर्ज कराने के बाद प्रत्यावेदन को एफआईआर की कापी के साथ जमा करते हैं, उनकी काउंसलिंग कराते हुए अग्रेतर कार्यवाही सम्पादित की जाए।

संजय सिन्हा

सचिव बेसिक शिक्षा परिषद