प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज- महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर अनुभव प्रदान करने पर मंथन शुरू हो गया है। इसको लेकर मंगलवार को कुंभ मेला अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में विचार विमर्श किया गया। साथ ही मेले से पूर्व शहर के सौंदर्यीकरण पर भी चर्चा की गई। इस दौरान प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे अभिनव प्रयोग पर भी चर्चा की गई।

क्या है यह अभिनव प्रयोग

आगामी महाकुंभ में टूर गाइड, नाविक, स्वयंसेवकों, कुंभ सेवा मित्र तथा दैनिक वेतन भोगी श्रमिकों की क्षमता वृद्धि करने हेतु प्रयागराज मेला प्राधिकरण एक विशेष कदम उठाने जा रहा है। प्राधिकरण ने देश के कई प्रमुख एवं प्रसिद्ध संस्थाओं को एक विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित करने के लिए लिखा है जिसके अंतर्गत स्वच्छ, सुरक्षित और उन्नत तीर्थयात्री अनुभव सुनिश्चित करने के लिए कुंभ मेले से जुड़ी चुनौतियों की पहले से ही पहचान की जाएगी तथा उसके अनुकूल आंन फील्ड कार्यकर्ताओं की क्षमता वृद्धि के लिए एक विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल विकसित कर उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा।

इन संस्थाओं ने भेजा आवेदन

कुंभ मेला अधिकारी ने बताया कि यह एक सहयोगात्मक प्रयास होगा जो सभी आंन फील्ड वर्कर्स को और सशक्त बनाने में सहयोग करेगा। इस कार्य हेतु प्राधिकरण ने टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साइंसेज मुंबई, आईआईएचएम, ट्रिपल आईटी, प्रयागराज, जीबी पंत इंस्टिट्यूट ऑफ़ सोशल साइंसेज, मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एवं इतिहास संस्थाओं को पत्र लिखा है। कुछ संस्थाओं द्वारा इस पर प्रस्ताव आए हैं। बेस्ट प्रस्ताव को शीघ्र अनुमोदन मिलेगा।

प्रदूषण का बड़ा है मलबा

बैठक में प्रयागराज जनपद में वायु प्रदूषण काम करने के दृष्टिगत उसके सोर्सेस को बेहतर तरीके से समझने तथा उसे रोकने हेतु आवश्यकता अनुसार उचित कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए। वायु प्रदूषण पर काम कर रहे एक्सपट्र्स द्वारा यह बताए जाने पर की कंस्ट्रक्शन एवं डिमोलिशन वेस्ट जो कि मलबे के रूप में सड़क किनारे पड़ा रहता है प्रदूषण के बढऩे का बहुत बड़ा कारण है, मेला अधिकारी ने नगर निगम, प्रयागराज विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों से अपनी अपनी रोड पर पड़े मलबे का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा किए जा रहे कार्यों के अंतर्गत नए एवं पुराने जंक्शंस के सौंदरीकरण, लैंडस्कैपिंग एवं ग्रीन बेल्ट डेवलपमेंट, वॉल म्युरल्स एवं पेंट माय सिटी, साइनेज, स्ट्रीट लाइटिंग के कार्यों की प्रगति पर भी चर्चा की गई। मेला अधिकारी ने तिकुनिया पार्क, फाफामऊ ब्रिज के आसपास के क्षेत्र पर अनिवार्य रूप से ग्रीन बेल्ट डेवलपमेंट करने पर जोर दिया।