प्रयागराज (ब्यूरो)। आवेदकों का कहना था कि यूं तो नक्शा पास कराने की मियाद महज 15 दिन है। साफ्टवेयर में इस समयावधि में नक्शा पास कर दिया जाता है। लेकिन किसी न किसी लेवल पर आब्जेक्शन लग ही जाता है। नियमानुसार नक्शा तीन दिन अवर अभियंता, एक दिन सहायक अभियंता, एक दिन नगर नियोजक, मुख्य नगर नियोजक के पास दो दिन, सचिव के पास तीन और पीडीए वीसी के पास 5 दिन तक ऑनलाइन रहता है। लेकिन किसी न किसी स्टेप पर नक्शा लंबित हो जाता है।

इनका नक्शा हो गया पास

यूं तो पीडीए में नक्शा पास कराने का ऑनलाइन आवेदन करने के बाद लोगों को लंबा टाइम लगता है। लेकिन गुरुवार को लगाए गए समाधान दिवस के मौके पर तीन नक्शे ऑन स्पाट पास हो गए। इसमें दो आवासीय और एक कामर्शियल नक्शा था। इसमें ट्रांसपोर्ट नगर के विजय कुमार का नक्शा 169 वर्गमीटर के प्लॉट पर पास किया गया। इसमें 80 हजार का पीडीए को राजस्व प्राप्त हुआ। बाकी दो नक्शे झलवा के अशोक कुमार और नैनी के जेएन मिश्रा का था। सिविल लाइंस का एक नक्शा लंबित था। जिसे कैंप में पास कर दिया गया और इसमें पीडीए को 8 लाख की कमाई हुई। दो नक्शों पर आपत्ति लगाई गई है।

फेल हो गया सोमवार का फंडा

हाल ही में नियम बनाया गया था कि लंबित नक्शों को पास कराने के लिए हर सोमवार को पीडीए में कैंप लगाया जाएगा। जिसमें आवेदकों की परेशानी के समाधान के लिए पीडीए, नगर निगम, जल निगम और तहसील के कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। वह नक्शा पास कराने में आने वाली कमियों का समाधान मौके पर बताएंगे और नक्शा पास कराने में मदद करेंगे। लेकिन यह प्लानिंग फेल हो गई जिससे आवेदकों की इच्छाओं पर पानी फिर गया है।

इतने स्टेप से गुजरता है नक्शा

स्टेप वन- पहले स्टेप में नक्शे को साफ्टवेयर में अपलोड करना होता है।

स्टेप टू- नक्शे की ड्राइंग को साफ्टवेयर बनाने वाली कंपनी ऑनलाइन चेक करती है।

स्टेप थ्री- नक्शे को आवास विकास में चेकिंग के लिए भेजा जाता है।

स्टेप फोर- रिटर्न फाइल पीडीए में जेई के पास जाती है और वह इसे ओके करता है।

स्टेप फाइव- इस बीच नक्शे में तीन एनओसी लगती है। इसमें नगर निगम, तहसील और जल निगम शामिल है।

अभी भी पेंडिंग हैं 17 नक्शे

लगातार समाधान दिवस आयोजित कराने के बावजूद अभी 17 नक्शे लंबित हैं। इनमें कोई न कोई आब्जेक्शन लगा हुआ है। आवेदकों का कहना है कि समाधान दिवस में भी इनका हल नही निकल सका है। ऑनलाइन पास कराने की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि डेढ़ से दो माह का समय लग जाता है। आवेदकों का कहना है कि लंबित नक्शों को पास कराना है तो समाधान दिवस निश्चित समय अंतराल पर आयोजित किए जाने चाहिए।

छह नक्शे पास किए गए हैं और इनमें से तीन नक्शे ऑन स्पाट पास किए गए हैं। लोगों को जानकारी और प्रचार प्रसार हो तो अधिक से अधिक लोग समाधान दिवस पर पहुचेंगे। हर माह की पहले गुरुवार को यह कैंप आयोजित किया जाएगा।

टीपी सिंह, टाउन प्लानर व नोडल अधिकारी नक्शा समाधान शिविर, पीडीए प्रयागराज