- सिविल लाइंस स्थित यूनियन बैंक में गारद ड्यूटी में तैनात था सिपाही अभिजीत

बिना छुट्टी चला गया था अपने घर बांदा, जहां आपसी विवाद में मां, बहन सहित मारा गया था सिपाही

PRAYAGRAJ: बांदा में मारे गए सिपाही अभिजीत वर्मा की ड्यूटी सिविल लाइंस यूनियन बैंक की सुरक्षा में थी। उसके साथ एक और सिपाही संतोष मिश्रा एवं होमगार्ड की भी ड्यूटी थी। तीनों को बैंक में एक रूम मिला था। यहीं से बगैर अवकाश लिए वे अपने घर बांदा कोतवाली के कालकुआं चौकी क्षेत्र स्थित कपरिया जा पहुंचा था। इसके पहले भी कई पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान गायब मिले और पुलिस अधिकारियों ने उनके खिलाफ कार्रवाई भी की। फिलहाल सिपाही की हत्या के बाद बगैर अवकाश लिए ड्यूटी से घर जाने की खबर सुन महकमें में हड़कंप मच गया। विभाग के तमाम अधिकारी उसकी पूरी कुंडली खंगालने में जुट गए।

2016 बैच का था सिपाही

मौत के घाट उतारे गए अभिजीत वर्मा 2016 बैच के सिपाही थे। बताते हैं कि वह नैनी थाने से पुलिस लाइंस भेजे गए थे। पुलिस लाइंस भेजने का कारण भी अनुपस्थित रहना बताया गया। अफसरों की मानें तो लाइन में आमद कराने के बाद अभिजीत गेट नंबर सात के न्यू बैरक में रहते थे। नौ सितंबर को पुलिस लाइंस से उनकी गारद ड्यूटी यूनियन बैंक सिविल लाइंस में लगाई गई थी। चूंकि बैंक की गारद ड्यूटी में थे, इसलिए बैंक द्वारा दिए गए कमरे में ही रहते थे। जिले से बगैर अवकाश लिए वह ड्यूटी से ही घर बांदा चले गए थे। वह घर गए हैं इस बात की जानकारी अधिकारियों को नहीं थी।

अन्य विभाग में भी है यह कुरीति

दबी जुबान विभागीय लोग बताते हैं कि बगैर अवकाश ड्यूटी से घर जाना विभाग में नई बात नहीं है

ड्यूटी से बगैर छुट्टी लिए व अधिकारियों को बताए सिपाही ही नहीं दरोगा व इंस्पेक्टर तक अक्सर घर चले जाते हैं

यह स्थिति सिर्फ पुलिस विभाग में ही नहीं है, इस कुरीति का शिकार माध्यमिक, बेसिक, स्वास्थ्य सहित अन्य विभाग भी है

इंस्पेक्टर हो गए थे लाइन हाजिर

ड्यूटी से गायब रहने की वजह से एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने सिविल लाइंस इंस्पेक्टर रहे राकेश चौरसिया को लाइन हाजिर कर दिया था। दरअसल एसएसपी एक दिन रात में चेकिंग पर निकले हुए थे। उनके पूछने पर इंस्पेक्टर राकेश चौरसिया द्वारा अपनी लोकेशन क्षेत्र भ्रमण स्टेशन के पास दी गई थी। इतने में एसएसपी की गाड़ी स्टेशन दिए गए लोकेशन पर जा पहुंचे थे। वहां से उन्होंने पूछता तो इंस्पेक्टर ने लोकेशन चेंज बताया था। इस पर एसएसपी सिविल लाइंस थाने पहुंचे तो सरकारी गाड़ी यहां मौजूद मिली थी। यह बात मालूम चली तो राकेश चौरसिया प्राइवेट गाड़ी से थाने पहुंचे थे। ऐसे में उन्हें एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया था।

लाइन हाजिर हुए थे 49 जवान

एसएसपी रहे अभिषेक दीक्षित द्वारा पीआरवी सहित कुल 49 जवानों के खिलाफ एक साथ कार्रवाई की गई थी। इन पर आरोप लगाए थे कि वह ड्यूटी प्वाइंट से गायब रहे रहे। पीआरवी की वैन ड्यूटी पर उन्हें नहीं मिली थी। इसी तरह रात में चलाए गए अभियान में यमुनापार व गंगापार सहित सिटी के कई सिपाही पिकेट ड्यूटी प्वाइंट पर नहीं मिले थे। इन सभी भी लाइन हाजिर किया गया था।

बांदा में मारे गए सिपाही की तैनाती प्रयागराज में थी। वह बगैर अवकाश के ड्यूटी से घर बांदा चला गया था। वहां पारिवारिक रंजिश में उसकी व उसकी मां और बहन की भी हत्या हो गई है।

प्रेम प्रकाश, एडीजी जोन प्रयागराज