प्रयागराज (ब्यूरो)। लोकसभा चुनाव में पुरानी पेंशन का मुददा साफ नजर आया। सरकारी कर्मचाररियों ने भाजपा से खुन्नस निकाली तो सपा पर जमकर वोट बरसाए। खासकर फूलपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी के सामने यह वोट खासी मुसीबत खड़ी कर सकते थे। लेकिन शहरी वोटर्स ने उन्हें बचा लिया। इलाहाबाद और फूलपुर सीट पर कर्मचारियों ने कांग्रेस और सपा को सर्वाधिक वोट दिए। दूसरे नंबर पर भाजपा रही।
किस लोकसभा में कितने वोट
इलाहाबाद लोकसभा में इंडी गठबंधन के प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह को कर्मचारियों ने 1045 वोट दिया है। जबकि फूलपुर सीट पर भाजपा प्रत्याशी को कर्मचारियों ने 1220 वोट दिया है। इसके बाद इलाहाबाद सीट पर भाजपा प्रत्यशी नीरज त्रिपाठी को 691 और फूलपुर सीट पर सपा के अमरनाथ मौर्य को 1672 वोट दिए गए हैं। खासकर फूलपुर सीट पर हार जीत में कर्मचारियों के वोट ने अहम भूमिका निभाई है। अगर शहरी मतदाताओं ने जोर नही दिखाया होता तो कर्मचारियों का वोट फूलपुर पर भाजपा प्रत्याशी पर भारी पड़ सकता था।
किसको मिले कितने वोट
इलाहाबाद
भाजपा- 691
कांग्रेस- 1045
बसपा- 99
नोटा- 3
फूलपुर
भाजपा- 1220
सपा- 1672
बसपा- 211
अद कमेरावादी- 28
नोटा- 15
पहले से चल रही है नाराजगी
कर्मचारियों द्वारा सरकार से पहले से पुरानी पेंशन की मांग की जा रही है। इसको लेकर उनकी नाराजगी जगजाहिर है। इसका असर चुनाव में भी दिखा। पोस्टल बैलेट से पड़े वोटों में कर्मचारियों ने कांग्रेस और सपा को अधिक वोट दिया। तीसरे नंबर पर भाजपा रही। इतना ही नही फूलपुर में कर्मचारियों ने 15 वोट नोटा पर डाल दिया। इसका मतलब जितने भी प्रत्याशी चुनाव में थे उनमें से किसी को भी यह लोग पसंद नही कर रहे थे। तीन वोट नोटा में इलाहाबाद सीट पर गया है।