नैनी क्षेत्र के मामा-भांजा एरिया में दोपहर बाद हुई वारदात, एसआरएन में भर्ती कराये गये दोनो घायल
गोली मारने के बाद बेटे ने खुद को कर लिया था कमरे में कैद, मौके से सात खोखे हुए बरामद
प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गोली से घायल दंपत्ति को लेकर पुलिस परिजनों संग एसआरएन हॉस्पिटल पहुंची। यहां इलाज के दौरान उसकी मां की हालत गंभीर तो पिता खतरे से बाहर बताया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद रंजीत खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। नैनी थाने से फोर्स पहुंची तो खिड़की से फायर करने लगा। पुलिस के मुताबिक जवान रेंज से दूर थे लिहाजा सभी उसकी गोली से बचे रहे। कमरे की जाली को तोड़कर पुलिस ने उसे कड़ी मशक्कत के बाद दबोच लिया। भाई रिंकू जायसवाल द्वारा उसके खिलाफ पुलिस को तहरीर दी गई है।

कुसुम के सीने में लगी है गोली
घटना बुधवार की दोपहर बाद करीब तीन बजे नैनी कोतवाली क्षेत्र के मामा-भांजा तालाब मोहल्ले की है। मामा-भांजा निवासी लालचंद्र जायसवाल (55) पत्नी कुसुम देवी व दो बेटे रंजीत और रिंकू के साथ रहते हैं। बेटों के साथ लालचंद्र जनरल स्टोर और शूज की दुकान चलाते हैं। दुकान बड़ी है लिहाजा तीनों का सारा दिन उसी में बीत जाया करता है। बताते हैं कि लालचंद ने बेटे रंजीत की शादी नेहा जायसवाल से की है। नेहा पुलिस विभाग में कांस्टेबल के पद पर तैनात है। पिछले कई महीने से उसकी पोस्टिंग चित्रकूट जनपद में हैं। किसी बात को लेकर रंजीत का पत्नी नेहा से कुछ मनमुटाव चल रहा है। इससे रंजीत काफी डिस्टर्ब था। इसी वजह से आए दिन वह परिवार में भी विवाद किया करता था। बुधवार दोपहर बाद करीब तीन बजे भी उसकी अपने भाई रिंकू से कुछ कहासुनी हो रही थी। बेटों को झगड़ते हुए देखकर पिता लालचंद्र दोनों को शांत कराने लगा। इस बीच रंजीत तैश में आ गया रिवाल्वर से पिता पर फायर झोंक दिया। गोली लालचंद्र के दाहिने हाथ लगी और वह खून से तरबतर गया। पति की कंडीशन को देखकर कुसुम देवी के होश उड़ गए। वह चीखते चिल्लाते हुए बदहवास दौड़ पड़ी। पति के पास वह पहुंची ही थी कि बेटा रंजीत दूसरा फायर झोंक दिया। यह गोली उसकी कुसुम देवी के सीने में जा धंसी। सीने में गोली लगते ही वह खून से लथपथ होकर पति के पास जमीन पर गिर पड़ी। घर के अंदर हुए इस खूनखराबे का मंजर देखकर परिवार में अन्य लोग दहशत में आ गए। चीख-पुकार मच गई।

चौकी इंचार्ज पर ताना असलहा
गोली और परिजनों की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। हालात को देखकर सभी के होश उड़ गए। बात उसके घर से थोड़ी दूर स्थित पुलिस चौकी तक पहुंची। चौकी पुलिस मौके पर पहुंची तो सिरफिरा चौकी इंचार्ज पर ही रिवाल्वर तान दिया। वह कदम पीछे किए तो हमलावर रंजीत भागकर मकान के दूसरे फ्लोर पर पहुंच गया और खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। चौकी पुलिस द्वारा वारदात की जानकारी नैनी थाना प्रभारी बृजेश सिंह को दी गई। इसके बाद गोली से घायल दंपति को लेकर दूसरे बेटे रिंकू के साथ पुलिस एसआरएन हॉस्पिटल पहुंची। यहां कुसुम देवी की हालत गंभीर तो लालचंद्र खतरे से बाहर बताया गया।

खिड़की से जवानों को किया टारगेट
नैनी थाना प्रभारी फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे तो पुलिस को देखते हुए रंजीत खिड़की से फायरिंग शुरू कर दिया।
थाना प्रभारी के मुताबिक पुलिस गोली के रेंज से दूर थी लिहाजा सभी जवान सुरक्षित और बच गए।
कमरे के अंदर से पुलिस पर फायरिंग की खबर सुनते ही एसएसपी व एसपी यमुनापार व सीओ फोर्स के साथ जा पहुंचे।
एक के बाद एक की गई फायरिंग की वजह से रंजीत के असलहे की गोलियां खत्म हो गईं।
खिड़की की जाली को किसी सूरत तोड़कर कुछ जवान जान को हथेली पर रखकर कमरे में पहुंचे और उसे दबोचा।
घायल दंपति के बेटे रिंकू के द्वारा भाई के खिलाफ नैनी पुलिस को तहरीर दी गई है। थाना प्रभारी ने कहा कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
अब तक की पूछताछ में आरोपित और उसकी पत्नी के बीच मनमुटाव की बात भी सामने आई है, उसकी पत्नी कांस्टेबल है और चित्रकूट में तैनात है

पिता के नाम है रिवाल्वर का लाइसेंस
जिस रिवाल्वर से रंजीत द्वारा मां और पिता पर जानलेवा हमला किया गया वह उसका लाइसेंस घायल पिता लालचंद्र के नाम से ही है। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम और थाना पुलिस प्रकरण की छानबीन में जुटी है। रितेश द्वारा पिता की रिवाल्वर से कुल सात गोलियां दागी गईं। जांच में जुटी नैनी पुलिस ने मौके से कारतूस के साथ खोखे व आठ जिंदा कारतूस बरामद किया है। पुलिस को शक है कि मौके पर भी खोखे मिल सकते हैं। चलाई गई गोली के खोखे की तलाश देर शाम तक चलती रही।

गोली चलाने वाले युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है। वह खुद को एक कमरे में बंद कर लिया था। मौके से कारतूस के कई खोखे और जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इस घटना की पूरी गहराई से जांच की जा रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शैलेश कुमार पांडेय एसएसपी प्रयागराज