प्रयागराज (ब्यूरो)। विजयादशमी पर मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन हुआ। दुर्गा पूजा पंडालों में सप्तमी तिथि से चल रही पूजा समाप्त होने के बाद भक्तों ने नम आंखों से मइया की मूर्ति का विसर्जन किया। समस्त पूजा कमेटियों ने अंदावा तालाब में मूर्ति विसर्जन कराया। शुक्रवार की सुबह विसर्जन से पहले पंडाल में भक्त एक पात्र में गंगाजल भरकर उसके अंदर शीशा रखकर मां के स्वरूप का दर्शन किया। उन्हें दोधि कर्मा (चिवड़ा, दही व चीनी) का प्रसाद अर्पित करके भक्तों ने उसे ग्रहण किया। बंगाली महिलाएं मां को ङ्क्षसदूर लगाकर सुहाग की रक्षा की कामना की। इसके बाद महिलाएं एक-दूसरे को ङ्क्षसदूर लगाकर ढाकी वादन में नृत्य करके मइया को रिझाया। फिर दोपहर में विसर्जन यात्रा निकाली गई। ढोल-ताशा की थाप पर मां का जयकारा लगाते हुए मूर्तियों को अंदावा तालाब ले जाया गया। फिर तालाब में मूर्ति का विसर्जन हुआ। इसके साथ मां पुन: ससुराल चली गईं।