लेखपालो की हड़ताल के चलते नही बन रहे प्रमाणपत्र
पांच दिन से है कलमबंद हड़ताल, पब्लिक संग अफसरों को छूट रहा पसीना
ALLAHABAD: लोहा गर्म हो तभी चोट करनी चाहिए। जिले के लेखपालों ने इस बार यही किया। स्कूल-कॉलेजों में एडमिशन का सत्र शुरू होते कलमबंद हड़ताल कर दी। ऐसे में हजारों की संख्या में आय, जाति व आयु प्रमाणपत्र के आवेदन पेंडिंग हो गए हैं। राजस्व वसूली बुरी तरह से प्रभावित हो गयी है। इससे सरकार पर दोहरा दबाव है।
पांच दिन में लग गया अंबार
महज पांच दिनों में ही जिले की तमाम तहसीलों की हवा निकल गई है। अब तक बीस हजार से अधिक आयु, जाति व आय प्रमाणपत्र के आवेदन पेंडिंग हो गए हैं। ऑनलाइन आवेदन हो चुके हैं लेकिन लेखपालों की हड़ताल से सत्यापन नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि प्रत्येक तहसील में रोजाना सैकड़ों की संख्या में आवेदन आ रहे हैं। कॉलेज व स्कूलों में दाखिले में लेखपालों की हड़ताल दिक्कत पैदा कर रही है।
इन मांगों पर अड़े हैं लेखपाल
वेतन विसंगति दूर की जाए।
2800 ग्रेड पे निर्धारित हो।
शैक्षिक योग्यता को स्नातक की जाए
पदनाम उप राजस्व निरीक्षक किया जाए
वाहन और स्टेशनरी भत्ता बढ़ाया जाए
सत्यापन के लिए लैपटाप और स्मार्ट फोन दिया जाए
हड़ताल से रुक गए काम
रोजाना दर्जनों की संख्या में विधवा, विकलांग सहित तमाम पेंशन के आवेदन आते हैं। इनका सत्यापन भी पेंडिंग है। सीएम राहत कोष के आवेदन के सत्यापन के साथ आईजीआरएस से आने वाली शिकायतों का सत्यापन भी हड़ताल से रुका हुआ है। राजस्व वसूली बुरी तरह प्रभावित हैं। हाल ही में डीएम ने लेखपालों का बस्ता लिए जाने के आदेश दिए थे जो अधर में लटका है। इन कार्यो को बीडीओ को ट्रांसफर करने की बात कही गई थी जिस पर शासन ने अपनी मुहर नहीं लगाई है।
मांगों को सरकार ने मान लिया है। कैबिनेट की मुहर लगनी है। एक साल से इतनी सी औपचारिकता के लिए हमें इंतजार कराया जा रहा है। इसीलिए हड़ताल पर हैं।
केके सिन्हा,
अध्यक्ष हंडिया लेखपाल संघ
हमें आज भी सौ रुपए साइकिल और स्टेशनरी भत्ता मिलता है। हमें रोजाना सैकड़ों किमी बाइक चलानी पड़ती है। पेट्रोल का पैसा तो सरकार दे।
अवधराज सिंह, लेखपाल
हमें जनता की परेशानी का अंदाजा है। जैसे ही सरकार से हरी झंडी मिलेगी हम सभी काम पर लौट आएंगे। अपनी मांगों को मनवाने के लिए ही लेखपाल हड़ताल पर आए हैं।
अनूप कुमार, लेखपाल
ऑनलाइन आवेदनों के सत्यापन के लिए लेखपालों को साइबर कैफे जाना होता है। लैपटाप और स्मार्ट फोन मिल जाए तो हम लोग स्पॉट से ही सत्यापन कर देंगे।
882
जिले में लेखपालों की कुल तैनाती
08
तहसीलें हैं इलाहाबाद जिले में कुल
20
हजार आवेदन हुए पेंडिंग आय, जाति निवास प्रमाण पत्र के
05
दिन से कलमबंद स्ट्राइक पर हैं लेखपाल
अजीत सिंह यादव, लेखपाल
सरकार दबाव बना रही है लेकिन हमलोग अपनी मांगों से पीछे नही हटेंगे। पिछले साल भी हमने आंदोलन किया था। आश्वासन की घुट्टी पिलाकर शासन भूल गया।
अखिलेश सिंह, लेखपाल