प्रयागराज (ब्‍यूरो)। आखिर इसमें शहरियों का क्या दोष। सोमवार दिन में तीन घंटे मुसीबत का सबब बन गए। यूनिवर्सिटी में लाइब्रेरी गेट पर बैठे छात्र अचानक उग्र हो गए। छात्र सड़क पर उतर आए। छात्रों ने चक्काजाम कर दिया। तीन घंटे तक यातायात बंद रहा। शहरी परेशान हो गए। कटरा रोड जाम हो गई। पुलिस ने रूट डायवर्ट कर दिया। तीन घंटे बाद स्थिति सामान्य हुई। इसके बाद यातायात शुरू हो सका। छात्रों के अचानक उग्र रूप से पढऩे आए छात्रों में भय का माहौल रहा। गेट से अंदर घुसने वाली छात्राएं गार्डों से पूछ रही थीं अंदर तो कोई दिक्कत नहीं। वहीं, यूनिवर्सिटी प्रशासन छात्रों के इस रूख से खासा नाराज है।

जारी है लाइब्रेरी गेट पर धरना
छात्र अभिषेक गुप्ता की पिटाई के मामले को लेकर छात्रों का धरना जारी है। पिटाई से नाराज छात्र अपने साथी के समर्थन में चौबीस घंटे लाइब्रेरी गेट पर जमा हैं। सोमवार को भी छात्र लाइब्रेरी गेट पर जमा रहे। रविवार रात बारिश की वजह से धरना दे रहे छात्रों का गद्दा भीग गया। रात में गद्दे का इंतजाम नहीं हो सका तो छात्र दरी बिछाकर ही बैठ गए हैं।

जबरन गेट के अंदर धरना शुरू
सोमवार को छात्र गेट के अंदर घुस गए। कई दिनों से धरना दे रहे छात्र लाइब्रेरी गेट के बाहर बैठे थे। सोमवार को गेट खुला मिलने पर छात्र अंदर आ गए। इस दौरान छात्रों की गार्डों से झड़प हुई। मगर छात्र अंदर जाने में कामयाब हो गए। इसके बाद छात्रों ने बाहर से दरी उठाकर अंदर बिछा लिया। फिर धरना शुरू कर दिया। छात्रों ने नारेबाजी की।

धरना दे रहे छात्रों का ब्यौरा होगा सार्वजनिक
चीफ प्राक्टर डा.राकेश सिंह का कहना है कि धरना दे रहे तमाम छात्रों पर कर्नलगंज थाने में केस दर्ज है। कई छात्र निलंबित भी किए जा चुके हैं। इसके बाद भी वह यूनिवर्सिटी का माहौल खराब कर रहे हैं। ऐसे छात्रों का ब्यौरा सार्वजनिक किया जाएगा। ताकि यूनिवर्सिटी का माहौल खराब कर रहे निलंबित छात्रों की सच्चाई विश्व विद्यालय के 28 हजार छात्रों को पता चल सके। और ऐसे तत्वों के प्रभाव में भोले भाले छात्र न आएं।


छात्राओं में भय का माहौल चलती रही क्लासेज
सोमवार को अचानक चक्काजाम होने से यूनिवर्सिटी क्लास के लिए आए छात्र छात्राओं में अफरातफरी मच गई। हालांकि कुछ देर बाद स्थिति सामान्य हो गई। मगर यूनिवर्सिटी आने वाली छात्राओं में डर का माहौल रहा। छात्राओं ने यूनिवसिटी में प्रवेश के पहले दो नंबर गेट पर तैनात गार्डों से पूछा कि अंदर तो माहौल ठीक है। गार्डों ने सुरक्षा का आश्वासन दिया तो छात्राओं ने अंदर प्रवेश किया।

शहरियों ने चार घंटा उठाई मुसीबत
बारह बजते बजते सड़क पर आवागमन बिल्कु ठप हो गया। आनंद भवन की तरफ से आने वालों को छात्र संघ होते हुए कटरा लक्ष्मी टाकिज चौराहा की ओर भेजा गया। इधर वूमेन हास्टल से लोगों को वापस तारा चंद हास्टल चौराहा से कटरा भेजा गया। जिसका नतीजा रहा कि ताराचंद हास्टल चौराहा से लेकर लक्ष्मी टाकिज चौराहा तक और उधर छात्र संघ भवन से लक्ष्मी टाकिज चौराहा तक तीन घंटा जाम की स्थिति बनी रही।

सड़क पर उतर गए छात्र

लाइब्रेरी गेट पर जमा सैकड़ों छात्र अचानक सड़क पर उतर गए। दोपहर में पौने बारह बजे के करीब लाइब्रेरी गेट पर सैकड़ों छात्र जमा थे।

अचानक न जाने क्या हुआ कि छात्र पीछे मुड़े और सड़क पर झुंड बनाकर खड़े हो गए। जिससे आवागमन ठप हो गया।

इसके बाद छात्रों ने सड़क पर बाइक और दूसरी तरफ सूखा पेड़ खींच कर रख दिया। देखते ही देखते लाइब्रेरी गेट के पास सड़क पर सैकड़ों लोग खड़े हो गए।

छात्रों का रुख देखकर शहरी वापस होने लगे। कुछ देर में कर्नलगंज थाने से फोर्स पहुंच गई। फोर्स ने केपीयूसी हॉस्टल और इधर वूमेन हास्टल से रूट डायवर्ट कर दिया।

जिससे लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा। लाइब्रेरी गेट के सामने सड़क पर जमा छात्र राहगीरों को जबरन वापस करने लगे।

जिससे राहगीरों में डर का माहौल हो गया। डरे सहमे राहगीर वापस लौटने लगे। सबसे ज्यादा डरे हुए कार सवार लोग थे।

डर सता रहा था कि कहीं छात्र ईंट पत्थर न चला दें जिससे कार का शीशा टूट जाए। कार क्षतिग्रस्त हो जाए।

लाइब्रेरी गेट पर धरना देने वाले तमाम छात्र निलंबित किए जा चुके हैं। पढऩे वाले छात्र नियमित कक्षाएं ले रहे हैं। अराजकतत्वों ने विवि का माहौल बिगाड़ रखा है। खुद को छात्र बताने वाले ऐसे अराजकतत्वों का ब्यौरा जल्द सार्वजनिक किया जाएगा। ताकि पढऩे वाले छात्रों को अराजकतत्वों की सच्चाई पता चल सके।
डा.राकेश सिंह, चीफ प्राक्टर