- क्रेट 2020 में कुल 62 प्रतिशत अभ्यर्थी हुए शामिल

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के शोध पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए आयोजित संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा 2020 यानी क्रेट का आयोजन रविवार को सिटी में बने 12 सेंटर्स पर हुआ। आफ लाइन मोड में आयोजित हुई परीक्षा में शामिल होने के लिए कुल 6092 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की संख्या 3836 ही रही। प्रवेश प्रकोष्ठ के डायरेक्टर प्रो। प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा के दौरान उपस्थित रहने वाले अभ्यर्थियों की संख्या 62.97 प्रतिशत रही। उन्होंने बताया कि सभी सेंटर्स पर परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित हुई।

उलझाने वाले प्रश्नों ने अभ्यर्थियों की बढ़ाई टेंशन

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा 2020 के दौरान 300 अंकों के क्वैश्चन पेपर में 100 अंक के पचास प्रश्न बहु विकल्पी रहे। जबकि दस प्रश्न अति लघु उत्तरीय, दो प्रश्न लघु उत्तरीय और एक प्रश्न दीर्घ उत्तरीय पूछा गया। एग्जाम सेंटर से पेपर देकर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्न काफी उलझाने वाले रहे। हालांकि प्रश्न सिलेबस से ही पूछा गया था, लेकिन उनके पूछे का तरीका काफी उलझाऊ रहा। जिससे प्रश्नों को समझने में काफी समय लगा। समाजशास्त्र के अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्नपत्र उलझाने वाला था। खासतौर से सबसे ज्यादा दिक्कत सैद्धांतिक प्रश्नों में हुई। जिसको सॉल्व करने में काफी समय लग गया। रिसर्च संबंधी प्रश्न भी रहे जो कि पूरी तरह से नए रहे। जहां तक पालिटिकल साइंस विषय की बात थी, तो अभ्यर्थियों ने बताया कि इसमें भी प्रश्न को घुमा कर पूछा गया था। जिससे उन्हें समझने में काफी समय लग गया। हालांकि ¨हदी के अभ्यर्थियों ने क्वैश्चन पेपर को आसान बताया। उन्होंने बताया कि हिंदी विषय के शोध में दाखिले के लिए जिन्होंने नियमित ढंग से पढ़ाई की। उनके लिए पेपर काफी आसान रहा।