-साइंस एग्जीबिशन में बच्चों ने मॉडल्स के जरिए दिखाई नई सोच

-छोटे और बड़े प्रॉब्लम का मॉडल्स के जरिए दिया सॉल्यूशन

ALLAHABAD: देखने में भले ही छोटे हो और स्कूल गोइंग स्टूडेंट्स हैं,लेकिन इनकी सोच और हौसला बड़ों को भी टक्कर देने का माद्दा रखते है। यह हम नहीं कह रहे है बल्कि वाईएमसीए सेनेटरी स्कूल एंड कॉलेज में मंडे को आयोजित साइंस व कम्प्यूटर साइंस एग्जीबिशन के दौरान स्टूडेंट्स द्वारा तैयार मॉडल्स बता रहे थे। विज्ञान प्रदर्शनी का थीम 'क्लाइमेट चेंजेज आइदर वी एक्ट ऑफ नेचर रिएक्ट.' इस मौके पर बच्चों द्वारा तैयार मॉडल्स में ग्लोबल वॉर्मिग को रोकने से लेकर वेस्ट मैटीरियल ट्रीटमेंट प्लांट तक की प्रॉब्लम का शानदार सॉल्यूशन है। इतना ही नहीं पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए इन्होंने रीप्लांटिग का तरीका भी ईजाद कर दिया जिससे जरूरत पड़ने पर प्लांट को बगैर काटे किसी दूसरी जगह शिफ्ट किया जा सके।

देखते ही देखते शिफ्ट हो जाएगा पेड़

साइंस एग्जीबिशन के दौरान क्लास इलेवेंथ के स्टूडेंट्स नमन पाण्डेय व तुहीना सिंह पेड़ों को काटने के स्थान पर उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट करने के तरीके पर बेस्ड मॉडल तैयार किया। नमन ने बताया कि थोड़ी सी मेहनत से पेड़ों को रिप्लांट करके उन्हें कटने से बचाया जा सकता है। इसके लिए एक मशीन तैयार की है जिसके द्वारा पाइप के सहारे पेड़ों की जड़ों में बड़ी मात्रा में पानी डाला जा सकता है। उसके बाद जब पेड़ की जड़ों की पकड़ ढीली हो जाए तो उसे मिट्टी के साथ वहां से उखाड़ कर दूसरी जगह शिफ्ट कर सकते हैं। ये प्रक्रिया थोड़ी जटिल है, लेकिन इसके कंस्ट्रक्शन व प्रगति के नाम पर हो रही बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई को रोका जा सकता है। साइंस एग्जीबिशन में स्टूडेंट्स विभिन्न समस्याओं को सॉल्व करने के लिए मॉडल तैयार किए जिसमें वर्किग ऑफ ए मोटर, हाईड्रोलिक क्रेन, सेव अर्थ, एयर पॉल्यूशन समेत अन्य कई टॉपिक पर आधारित मॉडल शामिल थे। एक्सप‌र्ट्स ने भी बच्चों के प्रयास की जमकर तारीफ की।

'मिसाइलमैन' की याद में समर्पित

स्कूल में कम्प्यूटर प्रदर्शनी के दौरान स्टूडेंट्स ने पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन, कार्बन फुट प्रिंट को कम करने समेत अन्य विषयों पर फोकस किया। इस दौरान बच्चों ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम की याद में कई पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन लोगों के सामने पेश किए। जिसमें उनके जीवन से जुड़ी सभी जानकारियां मौजूद रहीं। उनके द्वारा किए गए परमाणु परिक्षण से लेकर मिसाइल मैन बनने तक की कहानी को बेहद शानदार तरीके से पेश किया गया। प्रदर्शनी को भी डॉ। कलाम को समर्पित किया गया था। इसके पहले प्रदर्शनी की शुरुआत चीफगेस्ट बायो कमेस्ट्री डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो। बेचन शर्मा ने की। उन्होंने स्टूडेंट्स द्वारा तैयार मॉडल्स की जमकर तारीफ की। इस मौके पर गेस्ट ऑफ ऑनर रे.आर.ए.के। जोसेफ व वाईएमसीए सेटेनरी स्कूल एंड कॉलेज के डायरेक्टर बीटी मसीह, एसोसिएट डायरेक्टर डॉ। सरला मसीह, प्रिंसिपल रीमा मसीह, डॉ। कमल कुमार समेत स्कूल की टीचिंग स्टाफ मेंबर्स मौजूद रहे। प्रदर्शनी में क्लास फस्ट से ट्वेल्थ तक स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया।