प्रयागराज (ब्यूरो)। फीस वृद्धि के विरोध में छात्र पिछले 18 दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ भवन पर छात्रसंघ बहाली की मांग को लेकर चल रहे छात्रसंघ संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व में अनशन का शुक्रवार को 793 दिन रहा। मुंडन करने वाले छात्रों में अजय यादव सम्राट, अखिलेश यादव, अजय पांडेय बागी, सास्वत नितिन भूषण और सिद्धार्थ गोलू शामिल हैं। जबकि कुलपति की अहंकार की शांति के लिए 136 वर्षों के पुराने बरगद पर घंट बांधा गया जिसमें छात्र नेता,सत्यम कुशवाहा, वेद प्रकाश सिंह,राहुल सरोज,अभिषेक शुक्ला,प्रवेश मिश्रा शामिल रहे।
अखिलेश ने पूछा, किसलिए हुई फीस वृद्धि
फीस वृद्धि के विरोध में आंदोलित छात्रों को पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव का बल मिला है। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि छात्र पिछले 800 दिन से आंदोलित हैं, उसके बदले में उन्हें फीस वृद्धि मिली। सरकार के इशारे पर विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्रों के ऊपर मुकदमे दर्ज करा रही है। उनके ऊपर लाठियां चलवा रही है। मैं सदन के माध्यम से सरकार से सवाल पूछना चाहता हूं कि कोरोना काल में लोगों की आय घट गई। लोग घरों से बेघर हो गए वहीं दूसरी तरफ सरकार के इशारे पर विश्वविद्यालय लगातार गांव से आने वाले गरीब किसान मजदूर के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि बच्चे आज भी छात्रसंघ भवन पर आंदोलन पर बैठे हैं इसलिए आज पूरी समाजवादी पार्टी और मैं सदन से वाक आउट करता हूं। उन्होंने समस्त विधायकों के साथ विधानसभा से लेकर समाजवादी पार्टी कार्यालय तक पैदल मार्च किया