प्रयागराज (ब्यूरो)। करियर को सही उड़ान देने के लिए और अपने करियर आप्शन के सही चुनाव के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा मंगलवार को आईआईटी (इंडियन इंटेेलिजेंस टेस्ट) का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के तमाम स्कूलों ने पार्टिसिपेट किया। इस एग्जाम में हजारों की संख्या में बच्चों ने भाग लेकर क्वेश्चन पेपर साल्व किया। इस एग्जाम का उददेश्य बच्चों के करियर की दिशा को बताना था।
नकल विहीन हुई परीक्षा
आईआईटी में कक्षा पांच से बारह के विद्यार्थी शामिल हुए। उन्हें दो घंटे में कुल साठ सवालों के जवाब देने थे। यह सवाल क्लास के सिलेबस के साथ अन्य क्षेत्रों से भी जुडे थे। आईआईटी का मुख्य उददेश्य बच्चों के करियर को सही शेप देना है। जिसमें कई स्कूलों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। एग्जाम के दौरान स्कूलों के प्रिंसिपल्स की ओर से टीचर्स की ड्यूटी लगाई थी, ताकि नकल विहीन परीक्षा का आयोजन किया जा सके। एग्जाम देने आए बच्चों ने परीक्षा में आए सवालों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सिलेबस और अन्य विषयों से आए सवालों का जवाब देने में उन्हें काफी मजा आया। कई सवाल उनके इंट्रेस्ट फील्ड के भी थे। क्वेश्चन पेपर इतना बढिय़ा था कि दो घंटे में साल्व कर लिया गया।
पूरे हो गए 11 सीजन
आईआईटी शहर के स्कूलों या स्टूडेंट्स के लिए नया नहीं है। इसका मंगलवार को पूरा 11 सीजन पूरा हो गया। इस एग्जाम में ऐसे कई स्टूडेंट ने पार्टिसिपेट किया, जो पिछली कक्षाओं में भी इस एग्जाम में शामिल हो चुके हैं। उनका कहना था कि हर बार एक नया अनुभव मिलता है। यह भी पता चलता था कि इस एप्टीट्यूड टेस्ट में कितनी तैयारी के साथ आए हैं। परीक्षा का रिजल्ट भी एकूरेट होता है। यह हमें हमारे उचित करियर को चुनने में पूरी मदद करता है।
हमारे यहां आईआईटी में शामिल होने वाले बच्चों की तादाद काफी थी। एग्जाम टाइमली शुरू कराया गया और तय समय में बच्चों ने सभी क्वेश्चन हल कर लिए। क्वेश्चन पेपर को बैलेंस्ड तैयार किया गया था।
अनिल त्रिवेदी, प्रिंसिपल, एमवी कांवेंट इंटर कॉलेज सुलेम सराय
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के इस एग्जाम में हमारे स्कूल से बच्चे पिछले कई सालों से पार्टिसिपेट कर रहे हैं। उन्हे हर साल इस एग्जाम का इंतजार रहता है। वह उत्साह के साथ इसमें शामिल होते हैं।
अलका श्रीवास्तव, प्रिंसिपल, बीबीएस गोहरी
इस तरह के एग्जाम कंडक्ट होने चाहिए। इससे यह पता चलता है कि बच्चे का इंटे्रस्ट किस एरिया में है। कई पैरेंट्स को पता नही होता और बच्चे दूसरे की बातों में आकर गलत करियर चुन लेते हैं।
रजनी शर्मा, बीबीएस शिवकुटी
इस तरह के इनोवेटिव एग्जाम के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट धन्यवाद के योग्य हैं। इससें बच्चों को काफी सहायता मिलती है। समय समय पर ऐसी एक्टिविटीज होती रहनी चाहिए। जिससे बच्चों का चौतरफा विकास हो।
अर्चना तिवारी, प्रिंसिपल, टैगोर पब्लिक स्कूल
पिछले कई वर्षों में हमारे स्कूल के बच्चे आईआईटी में पार्टिसिपेट कर रहे हैं। उम्मीद है यह सिलसिला कायम रहेगा। बच्चों को अपना करियर चुनने के लिए मार्गदर्शन चाहिए होता है, जो इस एग्जाम के जरिए काफी आसान हो जाता है।
विक्रम बहादुर सिंह परिहार, प्रधानाचार्य, ज्वाला देवी इंटर कॉलेज सिविल लाइंस
लगातार कई सालों तक आईआईटी का सफलतापूर्वक आयोजित होना बताता है कि बच्चों के बीच इस एग्जाम का कितना क्रेज है। मंगलवार को भी उन्होंने इसमें उत्साह के साथ भाग लिया।
गिरीश चंद्र पांडेय, प्रिंसिपल, आशुतोष मेमोरियल स्कूल
कक्षा पांच से लेकर बारह तक के छात्र छात्राओं के लिए यह जानना जरूरी होता है कि उनकी रुचि किस विषय या दिशा में है। आईआईटी एगजाम उनके लिए बेहतर विकल्प के रूप में है।
क्रिस वेल्स, प्रिंसिपल, सेंट कोलंबस राजापुर
वर्तमान में बच्चों की क्षमता को आंकना आसान नही होता है। उनकी ऊर्जा की दिशा में लगनी चाहिए, यह पता लगाने में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट का आईआईटी काफी मददगार साबित होता है।
अजय कुमार मिश्र, प्रधानाचार्य, माधव ज्ञान केंद्र नैनी