एसटीएफ ने किया खुलासा, सीट को मोडीफाई कराकर गांजा छिपाने के लिए क्रिएट कराया था स्पेश
प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गांजा तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग के गिरफ्तार गुर्गों में एक का नाम शम्भू कुमार यादव है। वह डुभुकी थाना कृष्णाबरम जिला बक्सर बिहार निवासी बीरेंद्र सिंह यादव का बेटा है। जबकि पकड़ा गया उसका साथी साहब सिंह इस धंधे में नया नया उतरा है। साहब सिंह बिहार बक्सर निवासी रमेश सिंह का बेटा है। एसटीएफ के मुताबिक मोडीफाई जिस कार की सीट में गांजा छिपाया गया था उसे शम्भू कुमार यादव ड्राइव करता है। साहब सिंह उसका सहायक चालक है। एसटीएफ के मुताबिक पूछताछ में इन दोनों ने बताया कि बरामद कार सुधीर सिंह की है। सुधीर गरहटा खुर्द थान ब्रम्हपुर जिला बक्सर बिहार का मूल निवासी है। मगर, वह खुशहाल नगर सेक्टर बी निकट ग्रीन वैली स्कूल वाराणसी में रहता है। वही अपनी कार की शीट में गांजा तस्करी के लिए विशेष ड्रॉवर बनवा रखा था। चालक शम्भू ने एसटीएम को बताया कि बरामद गांजा कार मालिक सुधीर ही मंगवाया था। उसी के कहने पर दोनों गांजे की खेप लेकर वाराणसी सुधीर के पास जा रहे थे। बताते हैं कि बरामद गांजे का कुल वजन 55 किलो है। जिसकी मार्केट वैल्यू करीब 14 लाख रुपये बताई गई। दोनों कबूल किया किया कार मालिक सुधीर इस गांजे को भदोही, मीरजापुर, प्रयागराज, प्रतापगढ़ व कौशाम्बी जैसे आसपास इलाकों में सप्लाई किया करता है। एसटीएफ टीम ने कहा कि गांजा व कार के साथ दो मोबाइल और 150 रुपये नकद भी बरामद किए गए हैं।

गांजा तस्करी के लिए शातिरों ने कार की सीट में कैविटी यानी विशेष आकार की डिग्गी बनवा रखी थी। सटीक सूचना के आधार पर कार का पीछा करके पकड़ा गया। चालकों ने बताया कि वह इस गांजे को कार में छिपाकर वाराणसी ले जा रहे थे।
नावेंदु कुमार पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ