- डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने जारी किया निर्देश

- कॉलेजेस को समय रहते संभल जाने की चेतावनी

- किसी भी प्रॉब्लम का सेल्यूशन लोकल लेवल पर ही करें

ALLAHABAD: डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी ने छात्रों को बेवजह की फजीहत झेलने पर सख्त रुख अपना लिया है। यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स को परेशान हाल छोड़ देने के लिए कॉलेजेस के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किए जाने का डिसीजन लिया है। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं और कॉलेजेस की एक्टिविटी पर निगाह रखी जा रही है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर ने खुद इसके लिए मोर्चा संभाला है।

कई बार दी गई है घुड़की

गौरतलब है कि डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम यूनिवर्सिटी लखनऊ से जुड़े प्रदेशभर में सैकड़ों की संख्या में संस्थान हैं। लम्बे समय से देखने में आ रहा है कि इन संस्थानों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को परीक्षा, परिणाम इत्यादि से जुड़ी कोई समस्याओं होती है तो कॉलेजेस इसके समाधान के लिए उन्हें सीधे यूनिवर्सिटी का रास्ता दिखा देते हैं। जबकि नियम है कि स्टूडेंट्स की किसी भी प्राब्लम का सेल्यूशन संस्थान अपने लेवल पर ही निपटा लेंगे। इसके लिए कई बार घुड़की दी जा चुकी है। लेकिन हर कोई फर्क नहीं पड़ रहा।

शिकायत मिली तो खैर नहीं

ऐसे में स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी का रास्ता दिखाने वालों की खैर नहीं है। यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो। विनय कुमार पाठक ने स्टेट में स्थापित सभी संस्थानों को आर्डर जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा है कि स्टूडेंट्स अपनी प्राब्लम लेकर यूनिवर्सिटी आते हैं। इससे यूनिवर्सिटी के कार्यो में अड़चन पैदा होती है। वीसी ने साफ इंस्ट्रक्शन दिया है कि फ्यूचर में किसी भी प्रॉब्लम का सेल्युशन कॉलेज खुद करेंगे। यदि स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी तक भेजने की शिकायत पाई गई तो संबंधित संस्थानो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी। जिसके लिए संस्थान खुद जिम्मेदार होगा।