प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बताया गया कि वर्ष 2018 में अतीक जब देवरिया जेल में बंद था, तभी बमरौली निवासी प्रापर्टी डीलर मो। जैद खालिद और उसके दो साथियों का कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया था। अगवा करने के बाद सभी को देवरिया जेल ले जाया गया था। आरोप है कि जेल में अतीक ने जैद की बेरहमी से पिटाई की थी। इससे वह जख्मी हो गया था। शहर के एक निजी अस्पताल में उसका कई दिनों तक इलाज चला लेकिन पुलिस से शिकायत नहीं की थी। एक साल बाद जब लखनऊ के बिल्डर मोहित के साथ भी देवरिया जेल में पिटाई का मामला सामने आया तो जैद की घटना का भी भेद खुला। इसके बाद उसकी तहरीर पर धूमनगंज थाने में अतीक समेत 14 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा गया था। चार्जशीट फाइल होने के बाद कोर्ट में पीडि़त की गवाही बेहद अहम मानी गई। पुलिस का कहना है कि अतीक के करीबियों ने जैद पर कई तरह से गवाही न देने के लिए दबाव बनाया था। लेकिन अधिकारियों की पैरवी और प्रयास से यह संभव हो सका है।