-टीईटी 2011 के अन्तर्गत काउंसलिंग के लिए पहुंच रहे अभ्यर्थियों को समस्याओं का नहीं मिल रहा समाधान

-सैटरडे को भी डायट में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचते रहे अभ्यर्थी

ALLAHABAD: लंबी जद्दोजहद के बाद सूबे के परिषदीय स्कूलों में खाली पड़े शिक्षकों के पदों पर भर्ती के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू हो गई। लेकिन, काउंसलिंग को लेकर कई ऐसी समस्याएं अभ्यर्थियों के पास है जिनका सॉल्यूशन खोजने के लिए काउंसलिंग के दूसरे दिन भी डायट कार्यालय में अभ्यर्थियों की भीड़ पहुंची। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में सैटरडे को भी ऐसे अभ्यर्थी पहुंचते रहे, जिनकी समस्याओं का समाधान किसी के पास नहीं था। डायट प्राचार्य भी अभ्यर्थियों की समस्याओं को समझने और उनका उत्तर देकर उन्हें संतुष्ट करने के काम में पूरा दिन जूझते रहे। लेकिन, आखिर तक कई ऐसे अभ्यर्थी भी थे। जिन्हें बिना समाधान के ही लौटना पड़ा।

दूसरी काउंसलिंग को लेकर सबसे ज्यादा क्वैरीज

डायट में काउंसलिंग के लिए पहुंच रहे अभ्यर्थियों के साथ ही बड़ी संख्या ऐसे अभ्यर्थियों की भी रही जिनका नाम एससीईआरटी की ओर से काउंसलिंग के लिए जारी लिस्ट में नहीं है। ऐसे अभ्यर्थी सैटरडे को डायट कार्यालय पहुंचे और दूसरी लिस्ट के जारी होने के साथ ही मेरिट के अंक कितने नम्बर तक नीचे आ सकती है? का सॉल्यूशन जानना चाहते थे। बड़ी संख्या ऐसे अभ्यर्थियों की भी रही जो आंकड़ों के कैलकुलेशन में फंसे रहे। इसमें भी ऐसे अभ्यर्थियों की संख्या सबसे अधिक रही, जिनका एक या दो नम्बर की कमी के कारण मेरिट लिस्ट से नाम गायब है। वो ही स्टूडेंट्स दूसरी काउंसलिंग की मेरिट लिस्ट के बारे में क्वैरीज की लेकर पहुंचे थे।

भ्ख्0 को बुलाया, भ्म् ने कराई काउंसलिंग

सैटरडे को कांउसलिंग के लिए दूसरे दिन अलग-अलग श्रेणियों में कुल भ्ख्0 लोगों को डायट कार्यालय काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। सुबह दस बजे काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। सैटरडे को भी कुल सात काउंटर तैयार कराए गए थे। जिससे अभ्यर्थियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो सके। लेकिन काउंसलिंग के लिए सिर्फ भ्म् अभ्यर्थी ही पहुंचे और अपने डाक्यूमेंट का वेरीफिकेशन कराया। डायट प्राचार्य विनोद कृष्ण ने बताया कि संडे को भी निर्धारित समय पर ही काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।