प्रयागराज (ब्‍यूरो)। म्योहाल चौराहे के पास रूद्राक्ष टॉवर में स्थित एक मल्टी नेशनल कंपनी के रेस्टोरेंट चेन के किचन से उठी चिंगारी ने देखते ही देखते विकराल रूप ले किया। सेंट्रल एसी रूम के चलते धुएं को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला और यह इसी बिल्डिंग में संचालित होने वाली कोचिंग तक पहुंच गया। इससे कोचिंग में मौजूद छात्रों के साथ ही रेस्टोरेंट में मौजूद कस्टर्स सन्नाटे में आ गये। जान बचाने के लिए सभी निकल भागे। सूचना पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम को आग पर काबू पाने के लिए करीब दो घंटे मशक्कत करनी पड़ गयी। इस घटना में रेस्टोरेंट के किचन का ज्यादातर सामान जल गया। सेंट्रलाइल एसी को भी नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। घटना के चलते रेस्टोरेंट से सप्लाई बंद हुई तो आनलाइन बुकिंग कराने वाले परेशान हो गये। कस्टमर केयर को इन्हें हैडिंग करना मुश्किल हो गया।

1.30 बजे रेस्टोरेंट के किचन से उठी आग की लपटें
02 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पाया गया काबू

इंट्री के रास्ते पर भर गया था धुआं
म्योहाल चौराहा और लोकसेवा आयोग चौराहा के बीच दाहिनी तरफ रुद्राक्ष टॉवर है। इसी टॉवर के फस्र्ट फ्लोर पर डॉमिनोज पिज्जा रेस्टोरेंट संचालित है। बताते हैं कि दूसरे व तीसरे फ्लोर पर संस्कृति आईएएस कोचिंग स्थित है। फायर अफसरों की मानें तो फस्र्ट फ्लोर के डामिनोज पिज्जा का किचन बिल्डिंग में पीछे की तरफ है। आग की शुरुआत किचन से ही हुई थी। थोड़ी देर में धुआं और आग की वजह से एसी भी ब्लास्ट कर गई। इससे आग विकराल रूप धारण कर लिया। डामिनोज रेस्टोरेंट पूरी तरह से पैक्ड था लिहाजा धुआं दूसरे व तीसरे फ्लोर पर कोचिंग के कमरों तक जा पहुंचा। यह देखकर कोचिंग के संचालक और छात्र सकते में आ गये। आनन-फानन में वे जान बचाने के लिए बाहर निकल आये। बता दें कि बिल्डिंग में प्रवेश के लिए मुख्य दरवाजा व सीढ़ी ही एक मात्र रास्ता है। सभी कमरे ग्लास व प्लाईवुड वर्क से पूरी तरह पैक्ड थे। ऐसी स्थिति में फायर ब्रिगेड के जवानों को भीतर घुसने के लिए ही जंग लडऩी पड़ गयी।

हर किसी ने किया प्रयास
हर कोई इस आग को बुझाने का जतन अपनी सुरक्षा व क्षमता से करने की कोशिश में लगा रहा। तब सूचना पर फायर ब्रिगेड के जवानों संग मुख्य अग्निशमन अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जवानों के मुताबिक डामिनोज में अंदर प्रवेश के लिए सिर्फ फ्रंट का ही दरवाजा था। उससे निकल रहे धुआं के चलते अंदर प्रवेश करना खतरे से खाली नहीं था। धुआं दूसरे व तीसरे फ्लोर से भी निकल रहा था। ऐसी स्थिति में किसी सूरत में प्रोटक्शन सामानों का यूज करते हुए सीढिय़ों के रास्ते ऊपर जाया गया। फ्रंट साइड सीढ़ी पर लगे ग्लास के कवर्ड को तोड़ा गया। जगह पाते ही धुआं तेजी के साथ बाहर निकला। इस बीच पीछे की तरफ रोशनदान व मौजूद खिड़कियों को भी खोल दिया गया था। आग को पूरी तरह बुझाने में करीब दो घंटे का समय लगा। कुल चार फायर टेंडर की गाडिय़ां इस आग को बुझाने में लगाई गई थी। इग्जैक्ट कितने का नुकसान हुआ है, यह बता पाने की स्थिति में कोई नहीं था। एक अनुमान के मुताबिक नुकसान लाखों में हो सकता है क्योंकि कोचिंग से लेकर रेस्टोरेंट तक में हाई क्वालिटी के इक्विपमेंट्स लगे हुए थे, जो घटना की वजह से खराब हो गए।

आग बुझाने में छात्रों ने की भरपूर मदद
आग बुझा रहे फायर ब्रिगेड के जवानों की एक आवाज पर नीचे मौजूद छात्र फायर टेंडर के पाइप को उठाने के लिए जुट गए। उन छात्रों के इस सहयोग को देखकर हर कोई तारीफ करने से खुद को नहीं रोक सका। आम तौर पर ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि जवानों की मदद में मौजूद लोग आगे आएं।

आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड के जवानों संग मैं खुद मौके पर पहुंचा। चार फायर टेंडर के जरिए करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। प्रथम दृष्टया यह पता चला कि फस्ट फ्लोर रेस्टोरेंट के किचन से आग उठी थी। जिससे दुआं तीसरे फ्लोर तक भर गया था।
आरके पांडेय मुख्य अग्निशमन अधिकारी

लगातार हो रही घटनाएं
गर्मी के सीजन में शहर के भीतर भी आग लगने की घटनाएं लगातार हो रही हैं। स्थिति यह है कि दो दिन पहले बीएसएनएल के सेंट्रल ऑफिस में आग लग गयी। इसके चलते शहरी क्षेत्र में ब्राड बैंड सेवा ठप हो गयी। मोबाइल नेटवर्क गायब हो गया। इंटरनेट सेवाएं ठप हो गयीं। इसे बुधवार को भी पूरी तरह से कवर नहीं किया जा सका। नतीजा उन बैंकों के एटीएम की सर्विसेज भी ठप पड़ी हुई थीं जो बीएसएनएल से सेवाएं लेते हैं।