प्रयागराज (ब्‍यूरो)। उन्होंने कहा कि उसकी मौत के जिम्मेदार पतंगबाजी पर सट्टा लगाने वाले लोग हैं। घटना वाले दिन वहां दर्जनों लोग सट्टा लगाकर पतंगबाजी कर रहे थे। उन्हीं में से किसी एक की पतंग का मंझा शिवम के गले वह शरीर में फंस गया था। खैर, पोस्टमार्टम बाद करेली पुलिस बालक की बॉडी को उसके परिजनों को सौंप दी। बॉडी लेकर सभी कौशाम्बी चले गए।

पिता ने लगाया पतंगबाजों पर आरोप

कौशाम्बी जिले के चरवा थाना क्षेत्र स्थित मोहद्दीपुर गांव निवासी अनिल निषाद नाव चलाया करता है। साथ ही अपनी खेती का काम देखता है। बताया कि करेली इलाके के बक्शीमोढ़ा में उसका ससुराल है। ससुर मुन्ना निषाद के पिता की कुछ दिन पूर्व मौत हो गई थी। उनकी मौत के बाद ही पत्नी रेणु देवी चारों बेटों को लेकर दो दिन पूर्व मायके आई करेली आई थी। बुधवार को पत्नी के बाबा की तेरहवीं है। रविवार को परिवार के लोग निमंत्रण बांटने निकले थे। शाम को चार भाइयों में दूसरे नंबर रहा शुभम दोस्त के साथ समया माई मंदिर के पास खेलने चला गया।

पतंगबाजी में मशगूल थे दूसरे बच्चे

वहां कई युवा पतंगबाजी प्रतियोगिता में शामिल थे। बच्चे नदी किनारे पतंगबाजी को देख रहे थे। शुभम व उसका दोस्त किनारे लगी नाव पर बैठा था। इस बीच पतंग का मंझा शुभम के गले व शरीर में फंस गया। मंझा शायद पतंग बाज खींच रहा था। शायद यही वजह है कि फंसा हुआ मंझा कसता जा रहा था। मंझा को झुड़ाने के चक्कर में शुभम नाव से फिसला और नदी में गिर गया। साथ रहा बालक उसे बचाने की कोशिश किया मगर वह भी गिरते-गिरते बच गया। कहा कि यह बातें शुभम के साथ रहे बालक के जरिए बताई गईं है। शाम से नदी में उसे तलाश रही करेली पुलिस सोमवार सुबह आठ बजे नदी से शुभम की बॉडी को बरामद की।

सोमवार सुबह नदी में डूबे हुए बालक की बॉडी बरामद कर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। पूछताछ में घटना वाले दिया पता यही चला था कि पतंग लूटने के चक्कर में वह नदी में गिरा था। यदि बात कुछ और है तो तहरीर मिलने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।

रामाश्रय यादव, थाना प्रभारी करेली