प्रयागराज (ब्‍यूरो)। बोर्ड एग्जाम का समय नजदीक आ रहा है। इसके साथ सामने आ रही हैं स्टूडेंट्स की समस्याएं। उनको डर है कि अगर उनकी समस्या का हल नही निकला तो वह फेल न हो जाएं। अपने सवालों को लेकर वह दर दर भटक रहे हैं। कहीं से भी सही जवाब नहीं मिल रहा है। इससे उनकी समस्या अधिक बढ़ जाती है। ऐसे में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से कैंपेन चलाकर स्टूडेंट्स के ऐसे सवालों का जवाब दिया जा रहा है। जवाब देने के लिए हमारे पास मनोचिकित्सक और मनोवैज्ञानिक मौजूद हैं। आप भी चाहे तो अपने सवाल हमारे पास भेज सकते हैं। अगले दिन हम उनका जवाब अपने एक्सपर्ट से पूछकर प्रकाशित करेंगे। आइए जानते हैं कि बुधवार को स्टूडेंट्स ने कौन कौन से सवाल किए और हमारे एक्सपर्ट मनोचिकित्सक डॉ। राकेश पासवान ने उनका जवाब क्या दिया?

सवाल- मेरा घर काफी छोटा है और फैमिली बड़ी है। कई बार पढऩे का माहौल नही बन पाता है।
प्रियंक पटेल, झूुंसी
जवाब- घर में पढऩे की जगह नही है तो इस बारे में परिवार से बात करिए। तभी समस्या का हल नहीं निकलता है तो मैं आपको बताऊं कि बहत से लोग हैं जिन्होंने एग्जाम की तैयारी जुगाड़ से की है। आप चाहें तो गार्डेन या किसी लाइब्रेरी में बैठकर पढ़ सकते हैं। किसी दोस्त के यहां भी बैठकर पढ़ सकते हैं।

सवाल- कक्षा दसवीं के एग्जाम में मेरे नंबर काफी कम आए थे। इस बार बारहवीं के एग्जाम में डर लग रहा है कि कहीं फिर ऐसा न हो जाए?
मुकेश प्रजापति, नैनी
जवाब- परीक्षा का मतलब आपकी तैयारियां का आंकलन करना होता है। आपने साल भर क्या पढ़ाई की है वह पता चल जाता है। इसलिए परेशान होन की जरूरत नही है। दसवीं में आपके नंबर कम आए यह को इंसिडेंस हो सकता है। लेकिन बारहवीं में ऐसा होना जरूरी नही है। आप मन लगाकर पढाई करिए और डरने की जरूरत नही है। आपके नंबर आपकी तैयारी के अनुसार ही आएंगे।

सवाल- मैं लड़की हूं और इसकी वजह से मेरे पैरेंट्स मुझे पढ़ाने में बहुत अधिक दिलचस्पी नही ले रहे हैं। जबकि मेरे भाईयों को पढऩे में कोई कमी नही होने दी जाती है। इस बार मेरा दसवीं का पेपर है इसलिए डर लग रहा है?
टियारा द्विवेदी, ममफोर्डगंज
जवाब- हमारे समाज का पिछड़ापन है कि आज भी लोग लड़के और लड़की में अंतर करते हैं। वह लड़की को पढ़ाना नही चाहते हैं। लेकिन आप परेशान मत होइए। आपके माता पिता को काउंसिलिंग की जरूरत है। उनसे मेरे पास आने की बात करिए। मैं उन्हें समझाऊंगा कि जितने लड़के होते हैं उतनी ही लड़कियां भी मेहनती होती है। अगर उन्हें सही प्रकार से पढ़ाया जाए तो वह भी अपने परिवार का नाम रौशन कर सकती हैं।

सवाल- मेरा इस बार बारहवीं का एग्जाम है। मैं इंग्लिश में कमजोर हूं और इस वजह से लगता है कि फेल हो जाऊंगा?
राजू केसरवानी, चौक
जवाब- इतना सोचने की जरूरत नही है। अगर इंग्लिश आपका सब्जेक्ट है तो आप मन लगाकर पढिए। आप चाहें तो इंग्लिश मैगजीन या न्यूज पेपर भी पढ़ सकते हैं। इंग्लिश कोई हौव्वा नही है। कई बड़ी ऐसी सेलिब्रिटीज हैं जिन्होंने इंटर तक पढाई नही की है लेकिन इंग्लिश धारा प्रवाह बोलते हैं। इसलिए आप भी बोलचाल की भाषा में अंग्रेजी का प्रयोग करिए और सेलेबस के हिसाब से तैयारी करिए। परिणम की चिंता छोड़ दीजिए। अगर आपने ईमानदारी से पढ़ाई की है तो आपका रिजल्ट खराब कभी नही होगा। यह मेरा दावा है।