- लंबे समय से सरकारी टीचर के लिए तरस रहा है स्कूल

- एडेड स्कूल होने के बाद भी कोरांव के रामचरन इंटर कालेज कैथवल में नहीं हैं कोई सरकारी टीचर

ALLAHABAD: लंबे समय से एडेड स्कूलों यानी वित्तपोषित स्कूलों में टीचर्स की नियुक्ति नहीं होने का असर अब दिखने लगा है। जिले के कोरांव, लेडि़यारी में स्थित स्कूल रामचरन इंटर कालेज कैथवल में मौजूदा समय में एक भी सरकारी टीचर नहीं है। जिसके कारण स्कूल में प्राइवेट शिक्षकों के भरोसे बच्चों की पढ़ाई करायी जा रही है। इसको लेकर स्कूल प्रबंधन भी काफी परेशान है। स्कूल में शिक्षकों की कमी पिछले कई सालों से है। जिसके कारण प्राइवेट शिक्षकों के जरिए पठन पाठन कराने के लिए स्कूल प्रबंधन भी मजबूर है। इस बारे में स्कूल की तरफ से शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कई बार सूचित किया जा चुका है। उसके बाद भी अभी तक रिक्त पदों को भरने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है।

सिर्फ प्रिंसिपल व एक बाबू हैं सरकारी

स्कूल में शिक्षकों की कमी के बारे में लगातार अधिकारियों से स्कूल प्रबंधन संपर्क में है। उसके बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका। स्कूल के मैनेजर शिवशंकर केसरी ने बताया कि मान्यता मिलने के बाद 1991 में स्कूल एडेड हुआ था। उस समय शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। उसके बाद धीरे-धीरे करके शिक्षक रिटायर होते गए और रिक्त पदों पर नियुक्ति नहीं हो सकी। लास्ट इयर ही स्कूल के आखिरी शिक्षक भी 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो गए। इस बारे में भी डीआईओएस कार्यालय को जानकारी दे दी गई थी। उसके बाद से कोई भी नियुक्ति नहीं हो सकी। उधर चयन बोर्ड के भंग होने के कारण भी नियुक्ति रूकी हुई है। जिसके कारण शिक्षकों की नियुक्ति की उम्मीद भी खत्म हो गई है। मौजूदा समय में स्कूल में कुल 900 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड है। स्कूल में तैनात प्रिंसिपल डॉ। राधाकृष्ण मिश्र भी नेक्स्ट इयर रिटायर होने वाले है। इसके बाद स्कूल एडेड होने के बाद भी वित्त विहीन हो जाएगा।

वर्जन

स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर लगातार अधिकारियों को जानकारी दी जा रही है। उसके बाद भी कोई शिक्षक की नियुक्ति नहीं हो सकी। प्राइवेट टीचर्स के भरोसे स्कूल का संचालन किया जा रहा है। स्कूल में 900 छात्र संख्या है।

शिवशंकर केसरी

प्रबंधक, रामचरन इंटर कालेज, कैथवल