प्रयागराज ब्यूरो । नगर निगम सदन हॉल में करीब नौ घंटे तक चली कार्यकारिणी समिति की बैठक में पुनरीक्षित आय व व्यय बजट वित्तीय वर्ष 2023-2024 पर शनिवार को गहन चर्चा हुई। इस दौरान पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा नए वित्तीय वर्ष में शहर के विकास पर खर्च होने वाले बजट को बढ़ाकर 13 अरब नौ करोड़ 65 लाख 70 हजार रुपये किया गया। कार्यकारिणी के द्वारा पेश बजट पर मुहर लगाए जाने के बाद कई अन्य विकास के बिन्दुओं व शहर की समस्याओं में मंत्रणा की गई। अध्यक्षता कर रहे महा पौर व नगर आयुक्त की मौजूदगी में एक-एक प्रस्तावित कार्यों का विवरण पेश किया गया। कार्यकारिणी सदस्यों के द्वारा उठाई गई वार्डों की समस्याओं पर काम देखने वाले अफसर सफाई देते रहे। हालांकि सदस्यों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों पर जवाब देने में कई अफसरों की घिग्घी बंधी रही। शहर में मार्ग प्रकाश से लेकर कूड़ा व मलबा निस्तारण करने वाले कंपनियों के बदतर कार्यों को लेकर सदस्यों का का पारा चढ़ा रहा। मार्ग प्रकाश की अति खराब व्यवस्था व कार्यों को लेकर कार्यकारिणी सदस्यों का गुस्सा आसमान पर रहा। इसी के साथ शहर में स्वच्छता को लेकर नवाचार के तहत अभियान शुरू करने का भी निर्णय लिया गया।

तीन सौ करोड़ हुआ महाकुंभ शासकीय अनुदान
शहर में मार्ग प्रकाश यानी स्ट्रीट लाइट का कार्य कराने के लिए दो कंपनियों को टेंडर दिया गया है। कंपनियों की लापरवाही से स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था ठीक नहीं है। कुछ सड़कों व वीआईपी एरिया को छोड़ दिया जाय तो ज्यादातर गलियों व मोहल्लों में एवं सड़कों पर रात में अंधेरा पसरा रहता है। कार्यकारिणी के सदस्यों ने कहा कि स्ट्रीट लाइट नहीं जलने या खराब होने की पार्षदों द्वारा दी जाने वाली सूचना पर भी कंपनी काम नहीं करती। जब पार्षदों की बात कंपनी नहीं सुनती तो आम लोगों की शिकायत पर समस्या के निस्तारण का सवाल ही नहीं उठता। इस मसले पर कार्यकारिणी के सदस्यों का गुस्सा सातवें आसमान पर रहा। सर्व सम्मति से नगर निगम कार्यकारिणी ने कंपनी का टेंडर टाइम समाप्त होने के बाद रिन्यूवल नहीं करने का निर्णय लिया। निर्णय यह भी लिया गया कि अब मार्ग प्रकाश का काम खुद नगर निगम ही देखेगा। यदि इस पर अमल हो गया तो मार्ग प्रकाश का काम देख रही कंपनी के लिए यह बड़ा झटका होगा। इसके बाद वर्ष 2025 में लगने वाले महाकुंभ मेला शासकीय अनुदान 150 करोड़ से बढ़ाकर तीन सौ करोड़ किया गया।
जबकि एसीपी, सातवां वेतन भत्तों को देयता आठ लाख से घटाकर तीन लाख किया जाए। मेला क्षेत्र से सटे वार्डों में विकास का प्रस्तावित डेढ़ करोड़ का बजट पेश किया गया। इस पर चर्चा के बाद इस मेला बजट को बढ़ा कर कार्यकारिणी ने तीन करोड़ करने को मंजूरी दी।


अटल व दीनदयाल की लगेगी मूर्ति
नगर निगम कार्यकारिणी में शहर के चौराहों व पार्कों की कंडीशन को लेकर भी चर्चा की गई। इस दौरान महापौर के द्वारा शहर के हॉट स्टफ चौराहे पर लौहपुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा लगाए जाने का प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को सर्व सम्मति से कार्यकारिणी के सदस्यों द्वारा हरी झण्डी दी गई। इतना ही नहीं सदस्यों के द्वारा बालसन चौराहे पर अशोक सिंघल, पं। दीन दयाल उपाध्याय, अटल बिहारी बाजपेयी मूर्ति लगाए जाने का प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को भी सर्व सम्मति से मंजूरी दी गई।


'गाड़ी मेरी, चालक मेरा और धंधा कर रही कंपनीÓ
शहर में रोड पर जगह-जगह पड़े मलबे के उठाने में किए जा रहे खेल पर कार्यकारिणी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। वरिष्ठ पार्षद व कार्यकारिणी समिति के सदस्य एडवोकेट शिव सेवक सिंह ने मलबा डंपिंग प्वाइंट एवं नहीं उठाए जाने को लेकर सवाल उठाया। इस पर नया कटरा के पार्षद व कार्यकारिणी समिति सदस्य अजय यादव बड़ा सवाल किया। उन्होंने कहा कि गाड़ी हमारी यानी नगर निगम की चालक हमारा और धंधा कर रही है मलबा उठाने का टेंडर लेने वाली कंपनी? इस सवाल को लेकर उनका मिजाज काफी गर्म रहा। उनके इस सवाल को लेकर सभी सदस्य कंपनी के कारनामें को लेकर नाराजगी व्यक्त करने लगे। कहना था कि मलबा उठाने के लिए कंपनी लोगों से पैसा वसूल रही है। इस पर अफसरों ने कहा कि टेंडर में यह सर्त है कि जो मलबा लोग चुपके से रोड किनारे फेक देते हैं उसे कंपनी फ्री में उठाएगी। यदि किसी के मकान का मलबा है तो उसे उठाने के लिए चार्ज लिए जाने का प्राविधान है। बात आगे बढ़ती कि महापौर और नगर आयुक्त ने कंपनी को हिदायत देते हुए आदत में सुधार की चेतावनी दी।


नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में कई ठोस और अहम निर्णय लिए गए हैं। सदस्यों के द्वारा उठाई गई समस्या और विकास कार्यों पर गंभीरता से चर्चा हुई है।
उमेशचंद्र गणेश केसरवानी, महापौर