-गांव पहुंचे एसएसपी ने मौका-ए-वारदातका क्राइम सीन समझने की कोशिश की

-मृतकों के परिजनों व ग्रामीणों से भी की गई पूछताछ

PRAYAGRAJ: सोरांव के यूसुफपुर में मारे गए दो मासूम समेत पांच लोगों की घटना का बुधवार को डिमांस्ट्रेशन हुआ। क्राइम कंट्रोल में काफी हद तक सफल एसएसपी का रुख अब पुरानी घटनाओं के खुलासे की तरफ है। इसी के तहत वह फोर्स के साथ दोपहर बाद यूसुफरपुर गांव पहुंचे। उन्होंने पूरी घटना को वह अच्छी तरह से समझने की कोशिश की। इसके बाद ग्रामीणों से भी वारदात के बारे में जानकारी ली। पीडि़त व आरोपित पक्ष से भी उनके द्वारा पूछताछ की गई। अफसरों के इस एक्शन को देख ग्रामीणों की आंखें एक बार फिर छलक पड़ीं। इस नृशंस हत्याकांड की स्क्रिप्ट पढ़कर स्वयं एसएसपी भावुक नजर आए।

दो बच्चों संग मारे गए थे पांच लोग

घटना चार जनवरी 2020 की रात हुई थी। उस वक्त एसएसपी के रूप में सत्यार्थ पंकज अनिरुद्ध यहां तैनात थे। रात में यूसुफपुर निवासी विजय शंकर तिवारी (55) बेटा व इनका सोमदत्त उर्फ सोनू (32), सोनी पत्‍‌नी सोनू (28), कान्हा पुत्र सोनू (6), कुंज पुत्र सोनू (3) घर में सो रहे थे। अनजान कातिल पहुंचे धारदार हथियार से पांचों की नृशंस हत्या कर दिए। सभी के गले को तो काटा ही था, शरीर के अन्य हिस्सों पर भी वार किए थे। सुबह पांच जनवरी को जब पांच में से कोई बाहर नहीं दिखा तो पड़ोस की महिला मुन्नी देवी आवाज देने पहुंची। धक्का देते ही दरवाजा खुला तो वह चीखपड़ी थी। ग्रामीण पहुंचे सीन देख वह भी दंग रह गए। मामले में मृतका सोनी के प्रतापगढ़ निवासी भाई की तहरीर पर ग्राम प्रधान समेत परिवार के छह कुल सात लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा लिखा गया। नामजद किए गए लोगों में ग्राम प्रधान प्रधान प्रदीप सरोज व परिवार के सचिच्दानन्द, जितेंद्र तिवारी, विकास तिवारी, अंबुज तिवारी, सत्यम तिवारी शामिल हैं। आरोपितों को उठाकर कई दिनों तक पुलिस द्वारा पूछताछ की गई। पूरी कोशिश के बावजूद आरोपित अपनी बात पर अड़े रहे। तमाम जांच के बावजूद पुलिस को आरोपितों के खिलाफ कोई सुबूत नहीं मिले थे। इसके बाद से पूरा मामला ठंडा पड़ गया था। बुधवार को मामले की जांच व डिमास्ट्रेशन में एसएसपी गांव पहुंचे तो पूरी घटना एक बार फिर चर्चा में आ गई।

क्राइम मीटिंग में अनसुलझे केस में एक यह भी सामने आया था। इस लिए खुलासे के प्रयास किए जा रहे हैं। घटना को समझने के लिए यूसुफपुर गांव गया था। लोगों व पीडि़त पक्ष से भी बात की गई। कोशिश है कि घटना के असली कातिल पकड़े जाए।

-सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी, एसएसपी प्रयागराज