प्रयागराज ब्यूरो ।यामाहा की वाईजेडएफ आर वन बाइक बीस लाख की है। तीन दोस्तों ने इस बाइक को खरीदने का सपना देखा। इसके बाद तीनों दोस्त स्पोर्ट बाइक के लिए चोर बन गए। तीनों दोस्तों को स्पोर्ट बाइक से फर्राटा भरने का शौक है। जब घर वाले डिमांड नहीं पूरी कर सके तो तीनों ने अपने दम पर स्पोर्ट बाइक खरीदने का प्लान बनाया। इसके बाद बाइक चोरी के लिए रेकी करने लगे। तीनों दोस्तों ने एक एक करके तीन बाइक चोरी कर ली। मगर तीनों दोस्त भूल गए कि उन्हें सीसीटीवी कैमरा देख रहा है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से तीनों को खोज निकाला। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की। पूछताछ में सारा राज खुला तो पुलिस भौचक्की रह गई।

साथ पढ़ते थे तीनों दोस्त

मो.मुजाहिद सब्जी मंडी कोतवाली का रहने वाला है। जबकि सिदर्थ सोनी पीपलगांव एयरपोर्ट थाना एरिया का। और उत्कर्ष कुमार सरोजनी नायडू मार्ग सिविल लाइंस का। मुजाहिद की उम्र 19 वर्ष, सिद्धार्थ की 19 वर्ष और उत्कर्ष की उम्र 20 वर्ष है। तीनों एक स्कूल में एक क्लास में पढ़ते थे। पिछले साल तीनों एक साथ फेल हो गए। मुजाहिद ने पढ़ाई छोड़ दी, मगर दोनों ने इस बार फिर फार्म भरा है। खैर, तीनों सामान्य परिवार से हैं। तीनों को फिल्मों देखने का शौक है। फिल्मों को देखकर तीनों के अंदर स्पोर्ट बाइक से फर्राटा भरने का शौक हिलोरे मारने लगा। इसके लिए तीनों दोस्तों ने मिलकर बाइक चोरी का प्लान बनाया। तय किया कि चोरी की बाइक बेंच कर जो पैसा मिलेगा, उससे स्पोर्ट बाइक खरीदी जाएगी। इसके बाद तीनों ने अपने घरों से बाइक की चाभी का इंतजार किया।

पहली घटना में पकड़े गए

तीनों दोस्तों ने मिलकर सिविल लाइंस से तीन बाइक उड़ा दी। चूंकि तीनों किसी गुरु के शार्गिद नहीं थे, ऐसे में वे भूल गए कि जहां से वह बाइक गायब कर रहे हैं वहां पर लगा सीसीटीवी कैमरा उन्हें देख रहा है। यही गलती उन पर भारी पड़ गई। सिविल लाइंस थाने के दारोगा दिग्विज सिंह ने चोरी की तीनों बाइक के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखा। इसके बाद तीनों की फोटो निकाल ली। फोटो से सिविल लाइंस में रहने वाले उत्कर्ष की पहचान हो गई। पुलिस टीम में शामिल दारोगा दिग्विजय सिंह, रमेश मिश्रा और शिवम मिश्रा ने तीनों को नवाब यूसुफ रोड से रेलवे जंक्शन के तीसरे मार्ग के पास से गिरफ्तार कर लिया।

खरीदना चाहते थे स्पोर्ट बाइक

पुलिस को पूछताछ में पता चला कि तीनों चोरी की बाइक बेंचकर उससे मिलने वाले पैसे से स्पोर्ट बाइक खरीदना चाहते थे। तीनों ने पुलिस को बताया कि घर वाले पैशन बाइक चढऩे के लिए देते थे। जो उन्हें पसंद नहीं थी। वह एफ फाइव, केटीएम, आरवन बाइक खरीदने के लिए पैसा इक_ा करना चाहते थे। इसलिए बाइक चोरी करने का प्लान बनाया था।

तीनों बाइक चोर की उम्र अभी बहुत कम है। तीनों एक साथ पढ़ते थे। तीनों फेल हो गए। तीनों दोस्तों ने स्पोर्ट बाइक खरीदने का प्लान बनाया था। उसके पैसे इकट्ठा करने के लिए तीनों ने बाइक चोरी करने का प्लान बनाया। तीनों को पकड़ा गया है।

दिग्विजय सिंह, दारोगा, सिविल लाइंस