प्रयागराज ब्यूरो ।प्रयागराज। ये लड़ाई पछुआ और पुरवइया की है। दोनों हवाओं की लड़ाई शरीर का दम निकाल ले रही है। शरीर का पानी सूख जा रहा है। पछुआ और पुरवइया की लड़ाई में भले ही लोग परेशान हो जा रहे हों, मगर अभी चल रही जोरदार लड़ाई में अगर पछुआ जीत गई तो इस बार बारिश अच्छी होगी। ऐसे में हवाओं की लड़ाई के बीच खुद को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कीजिए, जरुरी हो तभी घर से निकलिए। या फिर दोपहर में तो कम से कम सड़क पर जाने से बचिए।

25 से शुरू है लड़ाई
पछुआ और पुरवइया के बीच 25 मई से लड़ाई शुरू हुई है। अच्छी बारिश के लिए पछुआ का जीतना जरुरी है। मौसम विज्ञानी बताते हैं कि पछुआ हवा गर्म होती है। यह हवाएं उत्तरी पश्चिमी हिमालय से उठती हैं। इन हवाओं को जब सूरज की गर्मी का असर मिलता है तो फिर नमी बिल्कुल कम हो जाती है। जिसकी वजह से शरीर का पानी सूखने लगता है। गर्मी बर्दाश्त के बाहर हो जाती है। वहीं, इस दौरान नौ तपा लगा होने से पुरवइया हवाओं का भी जोर है। पुरवाइया हवा पश्चिम बंगाल की तरफ से आती हैं। चूंकि समुद्री एरिया से ये हवाएं उठती हैं, ऐसे में इन हवाओं में नमी होती है। मगर जब पुरवइया और पछुआ में जब टकराहट होती है तो कुछ देर के लिए मौसम ठंडा समझ आता है, मगर पुरवइया की नमी खत्म होते ही गर्मी अपने प्रचंड रूप में दोबारा आ जाती है।


अच्छी बारिश का संकेत
पुरवइया और पछुआ की लड़ाई अच्छी बारिश का संकेत है। पुरवइया और पछुआ की लड़ाई अगर नौ तपा के दौरान नहीं होती है तो फिर अच्छी बारिश की संभावना कम हो जाती है। मगर इस बार पच्चीस मई से नौ तपा शुरू हुआ है और इसी के साथ दोनों हवाओं की लड़ाई भी शुरू हो गई है। मौसम विज्ञानी बताते हैं कि पुरवइया का हारना जरुरी है। अगर पुरवइया जीत जाएगी तो फिर मौसम ठंडा पड़ जाएगा। वहीं, अगर पछुआ जीत जाएगी तो फिर गर्म हवाओं की वजह से पुरवइया की नमी आने वाले समय में बादल बनने का काम करेगी।

घाट भड्डरी का दोहा है मशहूर
दो मूसा, दो कातरा, दो तीड़ी, दो ताव
दो की बादी जल हरै, दो विश्वर दो बाव। ये कहावत घाट भड्डरी की है। इस अर्थ है कि नौ तपा के दो दिन लू न चली तो चूहे बहुत हो जाएंगे। अगले दो दिन लू न चली तो कातरा यानि फसल को नुकसान पहुंचाने वाले टिड्डियों के अंडे बहुत हो जाएंगे। इसके अगले दो दिन लू नहीं चली तो बुखार के जीवाणु नहीं मरेंगे, अगले दो दिन लू नहीं चली तो सांप बिच्छू नियंत्रण से बाहर हो जाएंगे। अखिरी दिन लू नहीं चली तो आंधियों का प्रकोप होगा, जिससे फसलें नष्ट हो जाएंगी।


अभी पछुआ और पुरवइया की लड़ाई चल रही है। इस लड़ाई में पछुआ हवा भारी पड़ रही है। ये अच्छी बारिश का संकेत है। मगर अच्छी बारिश के जरुरी है कि नौ तपा में दोनों हवाओं की लड़ाई चलती रहे। नौ तपा के आखिरी दिन यानि दो जून तक अगर पछुआ हवा भारी पड़ती है तो फिर मानूसन अच्छा आएगा।
एआर सिद्दिकी, मौसम विज्ञानी

तापमान
24 मई अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री
न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री

25 मई अधिकतम तापमान 40 डिग्री
न्यूनतम तापमान 33 डिग्री
26 मई अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री
न्यूनतम तापमान 39 डिग्री
27 मई अधिकतम तापमान 44 डिग्री
न्यूनतम तापमान 32 डिग्री
28 मई अनुमानित अधिकतम तापमान 43 डिग्री
न्यूनतम तापमान 32
29 मई अनुमानित अधिकतम तापमान 43 डिग्री
न्यूनतम तापमान 31 डिग्री
30 मई अनुमानित अधिकतम तापमान 42 डिग्री
न्यूनतम तापमान 31 डिग्री
31 मई अनुमानित अधिकतम तापमान 42 डिग्री
न्यूनतम तापमान 32