प्रयागराज (ब्‍यूरो)। साथी होने पर ये जुल्म ठीक नहीं। महिला साथी होने का मतलब ये भी नहीं कि वो आपके साथ रिलेशन डेवलप करे। ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें एक वेट लिफ्टर ने अपनी महिला साथी को इस कदर परेशान कर दिया कि अति हो गई। वेट लिफ्टर ने महिला साथी की फोटो इधर उधर भेजनी शुरू कर दी। उसके मोबाइल पर अश्लील मैसेज, अश्लील फोटो भेजना शुरू कर दिया। आखिरकार महिला साथी को मामला थाने तक ले जाना पड़ा। महिला मौजूदा वक्त में लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट पीएसी में तैनात है। वह भी वेट लिफ्टर है। महिला वेट लिफ्टर ने लखनऊ के महानगर कोतवाली में केस दर्ज कराया है। पुलिस छानबीन कर रही है।

साथ में करते थे प्रैक्टिस
एक महिला वेट लिफ्टर प्रयागराज की रहने वाली है। उसके साथ मऊआइमा एरिया का रहने वाला मनीष पटेल वेट लिफ्टिंग की की प्रैक्टिस करता था। काफी समय तक दोनों ने साथ वेट लिफ्टिंग की प्रैक्टिस की। इस बीच महिला वेटलिफ्टर का सेलेक्शन पीएसी में हो गया। वर्तमान में वह लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में पीएसी में पोस्ट है। महिला वेट लिफ्टर के साथ प्रैक्टिस करने वाला मनीष मौजूदा समय में दिल्ली रोहिणी में रह रहा है। महिला वेट लिफ्टर का आरोप बेहद गंभीर है। मनीष ने मैसेज और अश्लील फोटो की इतनी अति कर दी कि महिला वेट लिफ्टर के जेहन में आत्महत्या का विचार आने लगा। जब अश्लील मैसेज और अश्लील फोटो की हद पार हो गई तो महिला वेट लिफ्टर को कानून की मदद लेनी पड़ी।

कितने नंबर ब्लॉक करती
वेट लिफ्टर मनीष ने महिला वेट लिफ्टर को परेशान करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। बात यहां तक पहुंच गई कि महिला वेट लिफ्टर नंबर ब्लॉक करते करते थक गई। मनीष बार बार मोबाइल नंबर बदल बदल कर अश्लील मैसेज और अश्लील फोटो भेजता रहा। महिला वेट लिफ्टर ने कई मोबाइल नंबर अपनी तहरीर में दिया है। जिसके जरिए मनीष ने महिला वेट लिफ्टर को अश्लील मैसेज और फोटो भेजा है।

तहरीर में लिखा
महिला वेट लिफ्टर ने जो तहरीर दी है उसका मजमून बताता है कि मनीष ने उसे किस तरह मानसिक रूप से प्रताडि़त कर दिया है। तहरीर के मुताबिक मनीष पटेल निवासी थाना मऊआइमा कमिश्नरेट प्रयागराज इन इन मोबाइल नंबरों से अश्लील मैसेज और अश्लील फोटो भेजता है। साथ ही मेरे मोबाइल को हैक करके मेरे परिवार, रिश्तेदार, मेरे साथी खिलाड़ी को भी अश्लील मैसेज और फोटो भेजता है। जिसकी छाया प्रति प्रार्थना पत्र में संलग्न है। मना करने पर गाली गलौच व बदनाम करके करियर खराब कर देने की धमकी देता है। प्रार्थिनी शारीरिक एवं मानसिक रूप से काफी टूट चुकी है। साथी खिलाडिय़ों के बीच में अपमानजनक महसूस करती हूं। घरवालों को भी इसकी जानकारी है। जिस कारण मैं अपना ध्यान खेल पर नहीं दे पा रही हूं। सदैव आत्महत्या का मन होता है। फिलहाल, इस मामले में लखनऊ महानगर कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

इस तरह का कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। लखनऊ पुलिस ने भी इस तरह के मामले को लेकर कोई जानकारी नहीं दी है। यदि आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी दी जाती है तो फिर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
राघवेंद्र सिंह
इंस्पेक्टर मऊआइमा