- जिले में मरीजों की संख्या पहुंची 303, दिल्ली से लगातार आ रहे मरीज

- स्वास्थ्य विभाग ने कूलर का पानी हटाने की पब्लिक से की अपील

ALLAHABAD: आधा अक्टूबर बीतने के बावजूद डेंगू के मरीजों की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब तक इस जानलेवा बीमारी ने जिले में तिहरा शतक लगा दिया है। तीन सौ से अधिक मरीजों की संख्या पहुंचने के बाद स्वास्थ्य विभाग की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। इनमें दिल्ली से आने वाले मरीजों की संख्या भी ठीक-ठाक है। फिलहाल, विभागीय अधिकारियों ने शहर के लोगों से कूलर का पानी हटाने की अपील की है।

फिर आए तेरह नए मामले

शनिवार की शाम एमएलएन मेडिकल कॉलेज माइक्रोबॉयलोजी विभाग से आई जांच रिपोर्ट में डेंगू के 13 नए मामले पाजिटिव आए हैं। इनमें से चार इलाहाबाद के हैं, बाकी बाहर दूसरे शहरों से आकर यहां इलाज करा रहे हैं। इस तरह से महज दो दिन में 26 नए मरीज स्वास्थ्य विभाग के खाते में दर्ज हो चुके हैं। आंकड़ों पर जाए तो जिले में पहली बार मरीजों की संख्या तीन सौ के पार हो चुकी है। अब तक जिले में कुल मरीज 303 हो चुके हैं।

दिल्ली के आधा दर्जन से नए मामले

शहर में डेंगू का प्रकोप बढ़ने का बड़ा कारण देश की राजधानी दिल्ली भी है। महज दो दिनों में यहां से इलाहाबाद आधा दर्जन से अधिक मरीज आए हैं। जिनका इलाज शहर के अलग-अलग हॉस्पिटल्स में चल रहा है। उधर, दिल्ली में इस साल पिछले कई सालों का रिकार्ड टूटा है। दस हजार से नए मरीज सामने आए हैं। जो लोग इलाहाबाद से जाकर वहां रोजगार तलाश रहे हैं, वह भी इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं।

नवंबर तक मंडरा सकता है खतरा

आधा अक्टूबर बीत जाने के बाद भी अभी तक डेंगू के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि इस बार बारिश कम हुई है, इसकी वजह से इधर-उधर जमा पानी में मच्छरों के लार्वा अधिक संख्या में पनप चुके हैं। यही कारण है कि डेंगू का खतरा अभी नवंबर तक कायम रह सकता है। ऐसे में लोगों को होशियारी बरतनी होगी।

स्कूलों में फैलाई जा रही जागरुकता

डेंगू और मलेरिया के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। स्कूल-कॉलेजों में टीम भेजकर बीमारी के लक्षण और बचाव के तरीकों की जानकारी दी जा रही है। छात्रों को गमलों, कूलर, प्लास्टिक के डिब्बों आदि में जमा पानी को हटाने की अपील की जा रही है। साथ ही पब्लिक प्लेस पर पम्फलेट आदि वितरित किए जा रहे हैं।

- बीमारी से बचाव के लिए हॉस्पिटल्स में सभी इंतजाम किए गए हैं। कई मरीज दूसरे शहरों से आकर इलाज करा रहे हैं। लोगों को खुद जागरुक होना होगा। सावधानी बरतने से बीमारी को फैलने से रोका जा सकता है।

डॉ। पदमाकर सिंह, सीएमओ, इलाहाबाद