प्रयागराज (ब्‍यूरो)। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेला कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा तीन लेयर में होगी। विशेष स्नान पर्व वाले दिन पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी ड्रोन से कैमरे से की जाएगी। परेड से संगम जाने वाले रूट ही नहीं पार्किंग तक पर इन इन कैमरों की नजर होगी। हाईटेक व हाई क्वालिटी के लगे इन कैमरों का कनेक्शन पुलिस लाइंस मेला कंट्रोल रूम और मेला प्रशासन के कार्यालय स्थित होगा। परेड से लेकर मेला क्षेत्र घाट तक जहां भी भीड़ क्षमता से अधिक बढ़ेगी, या किसी तरह की श्रद्धालुओं को परेशानी होगी मदद के लिए पुलिस के जवान पहुंचेंगे। सेफ्टी के लिहाज से की गई तैयारियों में मेला प्रशासन और पुलिस अफसर तनिक भी कसर छोडऩे के मूड में नहीं हैं।

लगेंगे हाई क्वालिटी के लेंस
कुंभ वर्ष 2025 की तैयारियां इन दिनों हर एंगल पर तेज हैं। अधिकारियों के द्वारा सुरक्षा के भी सख्त इंतजाम किए जा रहे हैं। सेफ्टी को लेकर बनाए जा रहे प्लान में ड्रोन कैमरे भी शामिल किए गए हैं। यह ड्रोन कैमरे कुछ प्रमुख मार्गों और स्थानों खासकर विशेष स्नान पर्व वाले दिन लगाए जाएंगे। प्रमुख स्नान पर्वों के दिन मेला क्षेत्र में लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है। अचानक बढऩे वाली इस भीड़ के चलते परेड से लेकर संगम जाने वाले रूट पर जबरदस्त भीड़ हो जाती है। यह भी मेला क्षेत्र के हर एरिया में दिखाई देती है। ऐसे में इस भीड़ के बीच हर कम पर थल से नजर रख पाना आसानी नहीं होगा। इसी संभावित समस्या को देखते हुए ड्रोन कैमरों के प्रयोग का प्लान बनाया गया है।

प्रशासन की करेंगे मदद
लगाए जाने वाले इन ड्रोन कैमरों से सुरक्षा में मेला प्रशासन को तो मदद मिलेगी ही। श्रद्धालुओं की सुरक्षा भी काफी पुख्ता हो जाएगी। इन कैमरों के फुटेज पर कंट्रोल रूम में बैठे पुलिस के जवान व प्रशासनिक अफसरों की नजर होगी। जैसे ही कहीं पर किसी श्रद्धालु को ड्रोन कैमरे से जवान मुसीबत में देखेंगे। प्वाइंट उस प्वाइंट के आसपास मौजूद थानों व ड्यूटी पर तैनात जवानों को जरिए वायरलेस मैसेज भेजने का काम करेंगे।

पार्किंग में चोरी पर लगेगी रोक
कुंभ में पार्किंग का टेंडर किया जाएगा। फिर भी सुरक्षा के लिहाज से भी पार्किंग पर भी नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल होगा। अक्सर पार्किंग में खड़ी गाडिय़ों का शीशा या लॉक तोड़कर चोरी जैसी घटनाएं ऐसे माघ मेला व अद्र्धकुंभ में भी सुनने को मिल चुकी हैं। कुंभ में विशेष स्नान पर्वों वाले दिन ऐसी सूचनाएं मिलने पर ड्रोन के फुटेज चेक किए जाएंगे। दिखाई देने वाली तस्वीर के जरिए उन चोरों का पता भी लगाने में मेला पुलिस को काफी मदद मिलेगी।