प्रयागराज ब्यूरो । हादसे की चपेट में आए एमएनएनआईटी के सुरक्षाकर्मी ने भी तोड़ा दम
लखनऊ, प्रतापगढ़, अयोध्या और फैजाबाद को कनेक्ट करने वाले फाफामऊ पुल पर शुक्रवार सुबह पांच बजे ट्रक चालक को आई झपकी बड़े हादसे का कारण बन गई। चालक स्टेयरिंग से नियंत्रण खो बैठा। नतीजा उसकी सामने से आ रहे डीसीएम से फुल स्पीड में भिड़ंत हो गयी। इस टक्कर का नतीजा यह हुआ कि डीसीएम पुल की रेलिंग तोड़ते हुए गंगा नदी की तलहटी में जा गिरी। ट्रक पुल की रेलिंग में फंस गया। ट्रक का अगला हिस्सा हवा में लटक रहा था। हादसे में डीसीएम चालक 23 वर्षीय हिमांशु साहू व साथ रहे उसके भाई 20 वर्षीय अंशू की मौत हो गई। ट्रक और डीसीएम की चपेट में आने से 48 वर्षीय बाइक चालक बजरंग बहादुर सिंह ने भी दम तोड़ दिया। हादसे में तीन लोगों की मौत के बाद पुल पर भीषण जाम लग गया। जाम में फंसे यात्रियों के जरिए खबर पुलिस को दी गई। हादसे की खबर मिलते ही फाफामऊ और शिवकुटी थाना प्रभारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। तीनों की बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेजने के बाद पुलिस आवागमन बहाल कराने में जुट गई। दोपहर बाद किसी तरह रेलिंग पर फंसे ट्रक को हटाया जा सका। इसके चलते दोपहर बाद ट्रैफिक मूवमेंट आसान हुआ।

रामबाग और नैनी जा रहे थे
लखनऊ के अम्बुआ मुर्तजापुर निवासी अनिल सिंह के तीन बेटे और तीन बेटियां हैं। एक बेटा अविवाहित हिमांशु डीसीएम की ड्राइविंग करता है। गुरुवार की रात लखनऊ से उसने एक कंपनी का माल लोड किया और प्रयागराज के लिए निकला। उसे यह माल रामबाग और नैनी में डिलीवर करना था। अंशू भी ड्राइविंग सीख रहा था इसलिए डीसीएम में ही था। डीसीएम लेकर दोनों फाफामऊ पुल पर पहुंचे। भोर में ट्रैफिक मूलमेंट कम था तो उनका ट्रक ठीक ठाक स्पीड में था। करीब आधा पुल पार कर जाने के बाद सामने से तेज रफ्तार में आ रहा ट्रक अचानक काल बनकर सामने आ गया। आशंका जताई जा रही है कि सामने वाले ट्रक के चालक को शायद झपकी आ गयी होगी। उसने डीसीएम को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि डीसीएम पुल की रेलिंग तोड़ते हुए गंगा नदी में जा गिरी। इससे उसमें सवार हिमांशु और उसके भाई अंशू की मौके पर ही मौत हो गई। अनियंत्रित ट्रक के आगे का आधा हिस्सा पुल पर लटकने लगा। डीसीएम और ट्रक की टक्कर से एमएनआईटी में सुरक्षा ड्यूटी आ रहे बजरंग बहादुर पुत्र सतीश बहादुर सिंह निवासी पचदेवरा अटरामपुर थाना नवाबगंज की बाइक आ गई। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि ट्रक और डीसीएम के बीच बाइक लेकर फंसे बजरंग बहादुर की भी मौत हो गई। परिजन बताते हैं कि एक प्राइवेट कंपनी में वह गार्ड की नौकरी किया करते थे। कई महीने से एमएनआईटी में सुबह छह बजे से उनकी ड्यूटी लगा करती थी। वह ड्यूटी पर आने के लिए ही भोर में बाइक से निकले थे। बजरंग बहादुर के दो बेटे हैं। उनकी मौत से पत्नी संगीता सिंह सहित पूरे परिवार में कोहराम मच गया।


दोपहर तक जाम में फंसे रहे यात्री
फाफामऊ पुल पर हुए हादसे के चलते करीब छह घंटे तक भीषण जाम लगा रहा। पुल के दोनों तरफ सैकड़ों यात्रियों की गाडिय़ां फंसी। आलम यह रहा कि बाइक से भी लोग नहीं निकल पा रहे थे। शहर साइड शिवकुटी तो फाफामऊ पुलिस अपनी तक आवागमन बहाल करने में जुटी रही। जब तक स्पॉट को खाली कराने के लिए क्रेन पहुंच नहीं गयीं तब तक इस पुल पर आवागमन पूरी तरह से बंद रहा। दोपहर बाद किसी तरह से आवागमन चालू हो सका।

पूछताछ में पता चला है कि ट्रक चालक को झपकी आ गई थी। इसके चलते वह सामने से आ रहे डीसीएम से टकरा गया। हादसे में एक बाइक सवार समेत तीन लोगों की मौत हुई है। परिजनों को खबर देने के बाद बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है।
आशीष सिंह
थाना प्रभारी फाफामऊ