एक सप्ताह में निकली 'नो हेलमेट नो ड्राइव' की हवा

हेलमेट तो दूर ट्रैफिक सिग्नल को तोड़ते हुए निकलते रहे बाइक सवार

ALLAHABAD: अखिलेश सरकार की ओर से सूबे में 'नो हेलमेट नो ड्राइव' का आदेश लागू हुआ तो ट्रैफिक पुलिस ने अभियान को सफल बनाने के लिए लंबे तामझाम के साथ कवायद शुरू की। एक सितंबर को खुद हेलमेट पहनकर पुलिस कर्मियों ने बाइक जुलूस निकाला और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया। कहा गया कि बाइक चलाने वाले के साथ ही पीछे बैठने वाला भी हेलमेट लगाएगा। लेकिन एक सप्ताह के भीतर इस अभियान की हवा निकल गयी। सबकुछ पहले जैसे ढर्रे पर आ गया। अभियान की पड़ताल करने आईनेक्स्ट टीम सड़क पर निकली तो पुलिस के अभियान की कलई परत दर परत खुल गयी।

एक हाथ मोबाइल, दूसरे में एक्सीलेटर

थर्सडे को सिविल लाइंस में पड़ताल के दौरान विवेकानंद चौराहे पर ट्रैफिक का जायजा लिया गया। शाम को लगभग पांच बजे चौराहे से गुजर रहे एक स्कूटी चालक के एक हाथ में मोबाइल था जो कान से लगा था तो दूसरे हाथ में स्कूटी का एक्सीलेटर। वह हवा से बात करते हुए चौराहे से गुजर रहा था, लेकिन पुलिस को इससे कोई गुरेज नहीं था। स्कूटी सवार की इस हरकत से कई वाहन आपस में लड़ते-लड़ते बचे और उसे कोसते हुए अपने रास्ते निकल गए।

लाल बत्ती दरकिनार

शहर का हॉट स्टफ चौराहा काफी व्यस्त रहने वाला चौराहा है। यहां भी जमकर नियमों की धज्जियां उड़ीं। साढ़े पांच बजे के आसपास इस चौराहे पर लाल बत्ती जलने के बावजूद वाहन चालक धड़ल्ले से वाहन दौड़ा रहे थे। हाल ये था कि जो नियमों का पालन करने का प्रयास कर रहे थे, उनकी जान पर बनी हुई थी। कई बार स्थिति ये आई कि नियम से चलने वाले वाहन नियम तोड़ने वालों की वजह से आपस में लड़ते-लड़ते बचे।

हाथ में थी शराब की बोतल

सिविल लाइंस में ही बिग बाजार के पास स्थित चौराहे पर तो हद ही हो गई। एक कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा युवक एक हाथ से स्टेयरिंग संभाले हुए था तो उसके दूसरे हाथ में शराब की बोतल नजर आ रही थी। वह खुलेआम शराब की चुस्की लेते हुए कार ड्राइव कर रहा था और उसे रोकने वाला कोई नहीं था।

पत्थर गिरिजा ली गलत साइड

सिविल लाइंस से निकलने के लिए पत्थर गिरजाघर चौराहे से गुजरना लगभग सभी के लिए मस्ट है। हालांकि यह चौराहा काफी बड़ा है और यहां दुर्घटना की संभावना न के बराबर है, लेकिन इसके बावजूद जल्दीबाजी के चक्कर में गलत साइड से निकलने का प्रयास करने वाले वाहन चालकों की वजह से अक्सर यहां एक्सीडेंट की नौबत आती है।

नींद में ऊंघते रहे पुलिसकर्मी

विडंबना यह है कि जिन पुलिसकर्मियों को ट्रैफिक व्यवस्था का भार दिया गया है वह ड्यूटी पर ऊंघते नजर आ रहे हैं। एकलव्य चौराहा सड़क पर यातायात चालू था। चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी थी। लेकिन इसमें से कुछ पुलिसकर्मी खर्राटे भर रहे थे तो कुछ पेड़ की छांव में सुस्ता रहे थे।

एक से आठ सितंबर तक 40 गाडि़यों को सीज किया गया है। 800 गाडि़यों का चालान किया गया है। जुर्माने के तौर पर 1 लाख 34 हजार 5 सौ रुपए वसूला गया है। ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा रही है।

विलास यादव, यातायात निरीक्षक