शहीद मजदूरों को दी गई श्रद्धांजलि, मजदूरों के हक के लिए उठाई गई आवाज

ALLAHABAD: 'सो जाते हैं फुटपाथ पर अखबार बिछाकर, मजदूर कभी नींद की गोली नहीं लेते'। कुछ इसी तरह के शब्दों और भावनाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस पर मजदूरों का गुणगान किया गया। वहीं शिकागों के अमर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

अधिकारों में हो रही कटौती

मई दिवस समारोह समित की ओर से सुभाष चौराहे पर सभा का आयोजन किया गया। इसमें छात्र, युवा, मजदूर, संस्कृतिकर्मी, साहित्यकार के साथ ही अन्य लोग भी शामिल हुए। यहां श्रमिक कानूनों में कटौती एवं मजदूरों के अधिकारों पर दमन के खिलाफ आवाज उठाई गई। एक्टू के राज्य सचिव अनिल वर्मा ने कहा कि ऐसे समय में मई दिवस मनाया जा रहा है, जब देश में पूंजीवाद का संकट मंडरा रहा है। श्रमिकों के अधिकारों में कटौती हो रही है।

सबने दी अपने तरीके से श्रद्धांजलि

उत्तर प्रदेश राज्य संविदा कर्मचारी महासंघ से जुड़े कर्मचारियों ने श्रमायुक्त कार्यालय पर आवाज बुलंद की। यहां श्याम सूरत पांडेय, रामसागर, रविशंकर द्विवेदी, सुभाष पांडेय, संतोष मिश्रा, संजय प्रकाश शुक्ला आदि मौजूद रहे। खुशरूबाग स्थित जलकल मुख्यालय गेट पर जल संस्थान कर्मचारी यूनियन के सदस्यों ने शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि दी। यूपी रोडवेज इम्प्लाइज यूनियन के क्षेत्रीय कार्यालय राजापुर में सीबी सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई। नार्थ सेंट्रल मेन्स यूनियन की ओर से सिविल लाइंस पोर्टिको में सभा हुई। आल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर की ओर से पीडी टंडन पार्क से जुलूस निकाला गया, जो सुभाष चौराहा पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया।

पीएम को भेजेंगे 1700 पोस्टकार्ड

मंजिल संस्था की ओर से अल्लापुर लेबर चौराहा पर मजदूरों को समर्पित नाटक 'मजदूर क्यों मजबूर' का मंचन किया गया। इसके जरिये बताया गया कि मजदूर किस तरह से रोज कुआं खोदता है और रोज पानी पीता है। पसीना बहाने के बाद भी उसे उचित मजदूरी नहीं मिलती है। आजाद हॉकर्स स्ट्रीट वेंडर्स यूनियन से जुड़े पटरी के दुकानदारों ने प्रधानमंत्री तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए सोमवार से पोस्टकार्ड अभियान की शुरुआत की। इसके तहत 1700 पोस्टकार्ड प्रधानमंत्री को भेज कर समस्या बताएंगे।