प्रयागराज ब्यूरो । चिल्ड्रेन अस्पताल के गर्मी और उमस के सीजन में हालात ठीक नही है। ओपीडी में मरीजों की भीड़ इतनी ज्यादा है कि इमरजेंसी में एक बेड पर दो बच्चों को एडमिट किया जा रहा है। इसकी वजह से बाकी बच्चों का एडमिट कराने में परेशानी हो रही है। साथ ही अस्पताल परिसर में गंदगी का आलम जबरदस्त है। इससे मरीजों और परिजनों के संक्रमण का शिकार होने का खतरा बढ़ता जा रहा है।
कब आएगा इनका नंबर
हर जगह लगा है कूड़े का ढेर
अस्पताल में कूड़ा उठाने की व्यवस्था भी ठीक नही है। हर जगह कूड़ा बिखरा दिख जाएगा। देनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने शुक्रवार को यहां का नजारा लिया तो असलियत सामने आ गई। परिजनों का कहना है कि गंदगी की वजह से अस्पताल में सक्रमण फैल सकता है। जबिकि इसकी साफ सफाई रोजाना की जानी चाहिए। बता दें कि चिल्ड्रेन अस्पताल मंडल का एक मात्र अस्पताल है और यहां पर केवल प्रयागराज ही नही बल्कि आसपास के शहरों के गंभीर बीमारी से ग्रसित बच्चों को भर्ती किया जाता है। इनमें से 90 फीसदी रेफर केसेज होते हैं।
घर से पंखा लेकर आ रहे परिजन
इतना ही नही, भीषण गर्मी में अस्पताल में भर्ती बच्चों के परिजन घर से पंखा कूलर लेकर आ रहे हैं। क्योकि इमरजेंसी वार्ड के अलावा अन्य वार्ड में लगे एसी, कूलर या पंखे ठीक से काम नही कर रहे हैं। ऐसे में घर से लेकर आना उनकी मजबूरी है। परिजन राजू पासवान ने बताया कि इतनी अधिक गर्मी और उमस पड़ रही है कि घर से टैबल फैल लेकर आना पड़ा है। तब जाकर मरीज को आराम मिला है। परिजनों का कहना है कि मंडलीय अस्पताल होने के बावजूद यहां की सुविधाएं उस लेवल की नही हैं।
बाजार से खरीद रहे हैं ठंडा पानी
अस्पताल में ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं है। भीषण गर्मी और उमस में परिजन मजबूरी में बाजार से पानी खरीदकर पी रहे हैं। उनका कहना है कि कैंपस के अंदर नल से गर्म पानी आ रहा है इसे पिलाने पर मरीज परेशान हो रहा है। ऐसे में बाहर से पानी खरीदना मजबूरी है। इतना ही नही, पानी भरने के स्थान पर गंदगी का आलम है जो लोगों को देखने में ही अजीब सा नजर आता है।